गरीब कैसे बने करोड़पति की कहानी | amir kaise bane

 




गरीब से बना अमीर (amir kaise bane tips in hindi) दोस्तों उस लड़के का नाम शालू है जिसके पास न ही खेती भी नहीं थी और नहीं कोई पैसे कमाने का संसाधन और जरिया भी नहीं था सालू ने काफी कड़ी मेहनत की उसके बावजूद भी कुछ ना कर सका फिर उसके दिमाग में बहुत ज्यादा टेंशन रहता था आखिर में कब तक ऐसे बेकार रहूंगा उसके पास कमाने का कोई अलग से चारा नहीं था

सत्य शब्द का अर्थ

शालू अपने आप को एक आसहाय समझने लगा था अधिक पढ़ा भी नहीं था इनकी गरीबी का कारण इनकी मां को मर जाने के कारण शालू के पिताजी बहुत ज्यादा पीते थे और दिन भर में नशा धुत रहते थे घर में रखा गेहूं चावल तक बेच आते थे और शराब पी कर किसी से भी बेवजह झगड़ा कर लेते थे तो कभी कभार सन्ति के मांमा समझाने के लिए आ जाते थे और फिर वे चले जाते थे 

पालन पोषण की परिभाषा

शालू इसीलिए कम पढ़ लिख पाया और वे गांव में भैंस चराता और उसी को खिलता- पिलाता उसी मैं उसका जीवन बीत रहा था शालू एक चलाक लड़का था जिससे करके वह अपने तीन बहनों का पालन पोषण करता रहा धीरे-धीर शालू के साथ सबकुछ बदलने लगा उसकी एक मौशी भी कभी कभार आ जाती थी

खुश रहने का सबसे आसान तरीका

आगे चलकर वही शालू एक सब्जी की दुकान खोला उसी दुकान पर बराबर रहने लगा और उस दुकान से उसको अच्छी खासी पैसा भी आने लगी और वह खुशी-खुशी रहने लगे एक दिन शांति के मामा का लड़का आया और वह झार फुक भी करता है शालू के लिए उसने ताबीज भी बना कर दिया और सबको कुछ भभूत दिया सब लोग ग्रहण किये 

दिव्य स्थल किस राज्य से संबंधित है

धीरे-धीरे समय बीता एक बात धयान देना है इस समय शालू 20 वर्ष का हो चुका है उसकी तीनो बहने है एक है15 वर्ष दूसरी 17 वर्ष तीसरी 19 वर्ष की हो गई यह तीनों बहने दूसरे के घर में बर्तन माजाती हैं

पार्ट टाइम जॉब क्या होता है

चूल्हा चक्की करके 2000 से 2200 रुपए पार्ट टाइम करके कमा लेते हैं और यह लोग पढ़ने भी जाती हैं इनका यह कहना है कि हम लोग किसी के बल पर रहना नहीं चाहते हैं कि खुद कमाकर खाना चाहते हैं

पढ़ाई में ध्यान कैसे लगाएं

यह तीनों बहनों में बड़ा प्रेम और स्नेह हैं जिससे गांव वालों का दिल भी बहुत पसंद रहता यह तीनों बहने पढ़ाई करने जाती हैं पढ़ाई से आते समय बस्ता रखते हैं और अपनी अपनी जगह पर बर्तन मांजने झाड़ू लगाने चली जाती हैं

उधर सालू का दुकान लगाकर अच्छा खासा कमाई कर रहा है धीरे-धीरे आगे बढ़ता रहा पहले बहन का नाम शांति हैं और दूसरी बहन का नाम प्रमिला है और तीसरी बहन का नाम मानसी है

पैसे की बचत कैसे करें

यह लोग सारे पैसा इकट्ठा करते है और जमा कर देते थे फिर कमाते है फिर जमा कर देते है ऐसे चलता रहा ऐसे में एक दिन ऐसा भी आया जिससे उन लोगों का जीवन ही बदल दिया बड़ी बहन एक समूह का कार्यकर्ता बनी और सारे काम को बड़ी ही ढंग से करने लगी उसको उनलोगो ने खूब इनाम दिया

वैष्णो माता के भजन सुनाए

वह लोग देवी को बहुत मानते है और देवी भी उन पर मेहरबान रहती है उनके पास कितनी औरतें जोड़ने लगी की महीना दो महीना नहीं बीता उनसे उनके पास हजार से ऊपर लोग जुड़ गए हैं और ऐसा चमत्कार देवी ही कर सकती है ae

भारतीय जीवन बीमा निगम की नई पॉलिसी 2020

वे लोग जो लोग जुड़े थे वे लोग जिनके घर में हुए लोग काम करते थे वही अमीर लोग जोड़ कर उनका हेल्प करने लगे यह तीन चार साल ऐसे ही चला इस समय शांति के पास बहुत सारे लोग भी आने लगे और वह अभी, एलआईसी जीवन बीमा का एजेंट भी है

उनके पास वहां भी लोगों का भरमार हो गया और वह लोग अभी समय बड़े अच्छे में है रहते हैं कमी तो दूर हो गया लेकिन कभी कभी अपनी मां के बारे में बताती हैं तो यह सुनकर दिल पसीज सा जाता है और वह बड़ा वाला भाई जी का दुकान अभी भी लगाता है उसके पास सात दुकाने हैं

बिल्डिंग मटेरियल की दुकान

जिसमे पहले केवल एक सब्जी की दुकान थी बाकी 6 दुकान और भी है जैसे मोबाइल की दुकान सीमेंट सरिया की दुकान जैसे रेडीमेड की दुकान मेडिकल और एक राशन की दुकान इसी तरीके से सबका सेटिंग हो गया है

बेस्ट जॉब्स इन इंडिया

अब वह लड़का शालू इस समय ₹40000 मंथली कमाता है उसकी दो बहने मिलकर ₹2000 कमाती है और उसकी छोटी बहन अभी पढ़ाई कर रही है

शालू का परिवार अब बहुत खुश है और उसके पिताजी भी अब कम पीने लगे हैं उन्हें खुशी है हमारे बच्चे कामयाब हो गए हैं बताते है अब उनको इसका टेंशन भी नहीं रहता है और वह खुशी खुशी सब परिवारों के साथ मिलकर रहते हैं

संयुक्त परिवार में परिवर्तन के कारण

सच्ची: खुशी का दिन अब सुरु होता है अब बड़ी बहन शांति का शादी करने का दिन आ जाता है और शादी भी बड़े धूमधाम से होती है शादी ऐसे घरआने में होती है जिस लड़के से शादी होती है वह लड़का टेक्निकल इंजीनियर है और वह अभी अभी चेन्नई सत्यभामा यूनिवर्सिटी से आया है


उसमें उसकी पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद वह लड़का सीधा अपने घर वालों को कौन किया और खुशी दे बांटने के लिए सभी को बताता है इधर समय बीतता जाता है वह दिन भी आ जाता है

जिस दिन का इंतजार सबको रहती है फिर शादी बड़े ही धूम धाम से होती है एक महीना रहने के बाद उस इंजीनियर को काम पर जाना पड़ता है और वह लड़का जिससे शांति का शादी हुआ इस समय ₹50000 महीना कमाता है उसका काम जयदा नोएडा में रहता है

वह कहा जाकर अपना कामकाज संभाल लेते हैं और उनके साथ शांति भी वही चली जाती है और वह खुशी-खुशी जीवन यापन करने लगते हैं इधर शालू भी अपना शादी करता है और अपनी दो छोटी बहनो का शादी बड़े धूम धाम से किया लेकिन उसके दीदी जीजा नहीं आये

इस तरह गरीब से अमीर हो जाते हैं कुछ लोग दोस्तों चटपटी कहानी कैसी लगी कॉमेंट करके जरूर बताना तो कर्म करोगे आगे ही पढ़ोगे यही तो नीति है

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