नई साल की स्टोरी | brother sister status hindi

एलिजा को नए वर्ष के निकट आने की खुशी थी और चिंता भी । वह अपने भाई अंथोनी को एक अच्छा सा उपहार देना चाहती थी । उपहार खरीदने के लिए पैसे की जरूरत थी , जो एलिजा के पास नहीं एलिजा ने रंग और कूची उठाई और सुंदर चित्र बनाया । बड़ी सी तस्वीर बना डाली । 

चित्र में दूर तक हरियाली , नदी और पहाड़ नजर आते थे । चित्र देखकर कोई भी उसे पसंद किये बिना नहीं रह सकता था । एलिजा को लगा कि इस तसवीर को उसे अपने पास रखना चाहिए । लेकिन उसे अंथोनी के लिए उपहार खरीदना था । वह उस चित्र को लेकर एक दुकान पर गई । दुकानदार को चित्र बहुत पसंद आया । 

उसने तुरन्त उसे खरीद लिया । चित्र बेचकर जो पैसे मिले , उससे उसने एक कीमती कलम खरीदी । लौटते हुए एलिजा बहुत खुश थी । उसके पास , अपने प्यारे भाई अंथोनी के लिए एक अच्छा उपहार था । 

उधर अंथोनी भी परेशान था । वह भी एलिजा को नव वर्ष पर उपहार देना चाहता था । वह उसे कोई ऐसी चीज़ देना चाहता था , जो उसे सच्चा आनन्द दे और उसके लिए एक यादगार बन जाए । अंथोनी ने तय किया- ' पहले कुछ पैसे इकट्ठे कर लूँ , फिर उपहार के बारे में सोचूँगा । ' 

अंथोनी सुबह - सुबह घर से निकल जाता और गली - गली घूमकर अखबार बेचता । उसके पास जब दो सौ रुपए इक्क्ठा  हो गए , तो वह एक दुकान पर पहुँचा । दुकान में एक से एक महंगे उपहार सजे थे । उसने एक नजर पूरी दुकान पर डाली । 

उसकी नजर एक चित्र पर जा टिकी । उसे देखते ही मन - ही - मन बोल उठा - ' कितना सुंदर चित्र है । ऐसा लगता है जैसे सचमुच के पेड़ , पहाड़ और नदी है । इसे पाकर एलिजा सचमुच प्रसन्न होगी । में उसे यही चित्र उपहार में दूंगा । ' 

अंथोनी ने दुकानदार से पूछा- “ इस चित्र की क्या कीमत है ? " ' चार सौ रुपए । " - दुकानदार बोला । अंथोनी के पास मात्र दो सौ रुपए थे । उसने सोचा नया साल आने में अभी चार दिन बाकी है । अगर चार दिनों में मैं और दो सौ रुपए की व्यवस्था कर भी लूँ , तो भी जरूरी नहीं कि मुझे यह चित्र मिल ही जाए । 

हो सकता है कि इस बीच कोई और इसे खरीद ले ।। अंथोनी ने दुकानदार से कहा- " अंकल , यह चित्र में खरीदना चाहता हूँ । इसकी कीमत चार सौ रुपए हैं । लेकिन अभी मेरे पास मात्र दो सौ रुपए हैं । आप इन रुपयों को बतौर पेशगी रख लें । मै नए साल से पहले दो सौ रुपए और देकर इसे खरीद ले आऊँगा । " 

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दुकानदार विल्सन बड़ा नेक आदमी था । उसने अंथोनी का अनुरोध स्वीकार कर लिया । उसने अंथोनी से दो सौ रुपए लेने के बाद , उस चित्र पर एक कागज चिपका दिया , जिस पर लिखा था- " चित्र बिक चुका अंथोनी ने रात - दिन मेहनत कर दो सौ रुपए कमा लिए । 

इसके लिए उसे अखबार बेचने के साथ - साथ सड़कों पर वाहनों की सफाई भी करनी पड़ी । पैसे पूरे होते ही उसने दुकान पर जाकर वह चित्र सुनहरे कागज में बंधवा लिया । नया वर्ष आ गया । एलिजा ने अपने प्यारे भाई को बड़े प्रेम के साथ कलम भेंट की । कलम पाकर अंथोनी बहुत खुश हुआ । 

अंथोनी ने भी सुनहरे कागज में लिपटा चित्र एलिजा को भेंट दिया । एलिजा ने जैसे ही चित्र पर लिपटे सुनहरे कागज को हटाया , वह आनन्द से विह्वल हो उठी । उनकी नीली - नीली आँखों से आँसू बहने लगे । एलिजा को रोते देख , अंथोनी ने घबराकर पूछा- " एलिजा , मेरी प्यारी बहन , तुम्हारी आँखों में ये आँसू क्यों ? 

आज तो बहुत खुशी का दिन है । क्या मेरा उपहार तुमको पसन्द नहीं आया ? "एलिजा ने कहा- " नहीं , मेरे प्यारे भाई , तुम्हारा दिया हुआ उपहार मुझे बहुत पसंद आया है । मैं बहुत खुश हूँ । लेकिन इस चित्र को खरीदते हुए तुमने यह नहीं देखा कि इसे किसने बनाया है ? 

 अंथोनी ने कहा- " नहीं , यह तो मैंने नहीं देखा । किन्तु इसे देखते ही मैंने महसूस किया था कि यह चित्र किसी ने बहुत मन लगाकर बनाया है । " यह कहकर अंथोनी ने चित्र के निचले कोने में लिखा , चित्रकार का नाम पढ़ा- " एलिजा विनसेंट । " नाम पढ़कर अंधोनी की आँखों में भी आनन्द के आँसू छलक आए । एलिजा ने कहा- " अब मैं इस चित्र को आजीवन अपने से अलग नहीं करूंगी । "

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नए साल की कहानी क्या है (What is the story of the new year)

नए साल की कहानी अलग-अलग तरीकों से बताई जा सकती है, लेकिन एक आम रूप से सुनायी जाने वाली कहानी इस प्रकार हो सकती है:

एक बार की बात है, नया साल शुरू होने के कुछ ही दिनों बाद एक बच्चा अपने पिता से मिलने गया। उसने अपने पिता से पूछा कि नया साल क्या होगा और उसके बाद उसने बताया कि उसका न्यू ईयर्स रिजोल्यूशन है कि वह अधिक संवेदनशील बनने का प्रयास करेगा।

उसके पिता ने उससे पूछा कि वह क्या मतलब है। बच्चा बताया कि उसने एक दिन पहले एक वृद्ध स्त्री को रास्ते में देखा था जो अपनी थकान से झुकी हुई थी। वह नहीं जानता था कि उसे उसकी मदद की आवश्यकता है या नहीं, लेकिन उसने उसकी ओर जाकर उससे पूछा कि क्या आप ठीक हैं। उस वृद्धा ने उससे हँसते हुए उत्तर दिया कि हाँ बेटा, मैं ठीक हूँ।

बच्चा ने अपने पिता को बताया कि वह उस घटना से बहुत संवेदनशील हुआ था और उसने खुद को उस वृद्धा की जगह में सोचा। 

सबसे अच्छी कहानी कौन सी है (Which is the best story)

दुनिया में बहुत सी अच्छी कहानियां हैं, और एक से बढ़कर एक कहानियां हैं जो लोगों के मनोरंजन के लिए बनाई जाती हैं। हर किसी की पसंद भी अलग-अलग होती है।

लेकिन अगर हम एक ऐसी कहानी की बात करें जो सभी के दिलों को छू जाती है, तो उसका नाम 'अल्लादीन और जादू का चिराग' होता है। यह कहानी उत्तर अफ्रीका और अरब देशों से ली गई है और इसके मुख्य किरदार अल्लादीन, जादूगर जाफर और रानी जास्मीन होते हैं।

इस कहानी में अल्लादीन को एक जादूगर के चिराग मिलता है, जिससे उसे उन चीजों की मंजिल मिलती है जो उसे चाहिए होती है। यह कहानी न केवल रोमांचक होती है, बल्कि इसमें मूल्यवान सीख भी होती है, जैसे कि सफलता के लिए मेहनत और साहस जरूरी होते हैं और वह चीजें हमेशा आसमान से नहीं गिरती हैं, बल्कि हमें खुद को तैयार करना होता है कि हम उन्हें हासिल कर सकें।

नया साल सबसे पहले कहां मनाया गया था (Where was the new year first celebrated)

नया साल भारतीय उपमहाद्वीप में पहली बार मनाया जाता है, जिसे हम हिंदुस्तानी उपमहाद्वीप के नाम से भी जानते हैं। हिंदुस्तानी उपमहाद्वीप में नया साल चैत्र माह के पहले दिन मनाया जाता है, जो हमारे देश में मार्च या अप्रैल के महीने के आस-पास पड़ता है।

भारत में नया साल को विभिन्न नामों से जाना जाता है। उत्तर भारत में नया साल बिहू, वैशाखी, नवरात्रि और दिवाली के साथ मनाया जाता है, जबकि दक्षिण भारत में पंचांगम, युगादि और विशु नव संवत्सर जैसे नामों से मनाया जाता है।

क्या मार्च सच में नया साल है ( Is March Really New Years)

मार्च महीने को नया साल मनाने की परंपरा कुछ देशों में होती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मार्च ही सच में नया साल है।

अधिकांश देशों में नया साल जनवरी या फरवरी महीने में मनाया जाता है, जबकि कुछ देश जैसे चीन, वियतनाम, नेपाल, म्यांमार आदि में नया साल फरवरी या मार्च महीने में मनाया जाता है।

भारत में भी नया साल मार्च अप्रैल के महीने के आस-पास मनाया जाता है, लेकिन यह नया साल हिंदू कैलेंडर के अनुसार होता है जो कि लुनिसोलर कैलेंडर होता है।

न्यू ईयर डे पहली बार कब मनाया गया था (When was New Year's Day celebrated for the first time)

न्यू ईयर डे का जन्म रोमन कैलेंडर में हुआ था। रोमन कैलेंडर में जनवरी का पहला दिन न्यू ईयर डे के रूप में मनाया जाता था। इसके अलावा, अन्य कुछ देशों में भी न्यू ईयर डे का अलग-अलग महीनों में मनाया जाता है।

जैसे कि, चीन में न्यू ईयर को लुनर न्यू ईयर के नाम से जाना जाता है और इसे जनवरी और फरवरी के बीच में मनाया जाता है। इसी तरह, इस्लामी कैलेंडर के अनुसार, मुहर्रम महीने का पहला दिन न्यू ईयर के रूप में मनाया जाता है।

कहानी का जन्म कैसे हुआ (How was the story born)

कहानी का जन्म मानव जीवन के साथ साथ हुआ है। मानव जीवन में इतिहास, धर्म, संस्कृति, समाज और व्यक्ति के अनुभवों से जुड़ी अनेक कथाओं और अनुभवों को संजोने और बयान करने की आवश्यकता होती थी। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए मनुष्य ने अपने अनुभव, विचार, भावनाएं और रूचि के आधार पर कहानियों का जन्म दिया।

विभिन्न जातियों, संस्कृतियों, धर्मों, भाषाओं और स्थानों में इन कहानियों के रूप में विभिन्न रूपों में विकसित हुए हैं। कहानी का जन्म लोक कथाओं, बाल कथाओं, धर्म ग्रंथों, इतिहास से जुड़ी कहानियों, रहस्यमय कहानियों, जीवन के अनुभवों से जुड़ी कहानियों और व्यक्तिगत अनुभवों से जुड़ी कहानियों जैसी अनेक रूपों में हुआ है।

आज भी कहानी हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और लोग इन कहानियों से प्रेरणा लेते हैं और सीखते हैं।

कहानी का जन्म कब हुआ (When was the story born)

कहानी का जन्म बहुत पहले हुआ था जब मनुष्य ने अपने जीवन के अनुभवों को दूसरों के साथ साझा करने की शुरुआत की। लोग अपने जीवन के अनुभवों, संघर्षों, समस्याओं और समाधानों को दूसरों के साथ साझा करते रहे हैं। वे अपने अनुभवों को कथाओं के रूप में बयां करते थे, जो दूसरों को उनके समस्याओं और समाधानों से अवगत कराती थी।

कहानियों का प्रचलन लोक कथाओं और जादुई कथाओं के रूप में भी था, जो धर्म और दर्शन संबंधी विषयों पर आधारित थे। इन कहानियों में लोगों को जीवन के विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों से अवगत कराया जाता था। उदाहरण के लिए, पंचतंत्र और अकबर-बीरबल की कहानियां जीवन के मुख्य मुद्दों को समझाने के लिए उपयोगी हैं।

धीरे-धीरे कहानियों का संग्रह बना और वे अलग-अलग रूपों में भी उपलब्ध होने लगे। वे धारावाहिक कथाएं, नाटक, उपन्यास और फिल्मों के रूप में विकसित हुए। आज भी कहानी हमारे जीवन का हिस्सा बना हुआ हैं.

कब तक की कहानी (How long is the story)

आज तक की कहानी विविध है और अनेक घटनाओं से भरी हुई है। दुनिया का इतिहास, संस्कृति, समाज, राजनीति और विज्ञान में निहित विविधताओं के साथ, विभिन्न व्यक्तियों और घटनाओं के जीवन की अनोखी कहानियों से भरा हुआ है।

आज तक की कहानी में कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं शामिल हैं जैसे प्राचीन युगों में विश्व की सबसे प्रभावशाली सभ्यताओं का उदय, मध्ययुग की वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और धार्मिक गतिविधियों, उनके संघर्षों और विकास की कहानियां, राजनीतिक संकटों और महत्वपूर्ण घटनाओं का जैसे फ्रांस की क्रांति, अमेरिका की स्वतंत्रता संग्राम, द्वितीय विश्वयुद्ध और अब हाल ही में आये कोविड-19 महामारी।

इन सभी घटनाओं और कहानियों से आज तक ने अपने दर्शकों को जागरूक किया है और अपनी विस्तृत रिपोर्टें और समाचार विश्वव्यापी भूमिका निभाई है। इसके साथ ही आज तक ने दर्शकों को व्यापक जानकारी, मनोरंजन और रोचक विषयों पर आधारित होती हैं.

नए साल पर क्या खास है (What is special on New Year)

नए साल एक नई शुरुआत का मौका है जो लोगों के जीवन में नया उत्साह और उमंग भरता है। नए साल के आगमन से लोग अपने अधिकारों और उद्देश्यों के लिए नए और बेहतर काम करने का फैसला करते हैं। इसके साथ ही वे अपने जीवन को एक नई दिशा देने की भी सोचते हैं।

नए साल का आगमन एक बड़ी उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। लोग इस अवसर पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर उत्साह और खुशी से भरे जश्न मनाते हैं। इस दिन के अंतर्गत धेर सारे उत्सव, पार्टियों, फायरवर्क और संगीत के कार्यक्रम होते हैं।

इसके अलावा, नए साल का आगमन धर्म और संस्कृति के विभिन्न त्योहारों के रूप में भी मनाया जाता है। जैसे कि हिंदू धर्म में नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रथम को मनाया जाता है, जिसे गुड़ी पर्व या उगादी के नाम से जाना जाता है।

संक्षिप्त रूप से कहें तो नए साल का आगमन एक उत्साहजनक, रोमांचक और नए और बेहतर दिनों की यादे होती हैं.

नया साल क्यों महत्वपूर्ण है (Why is the new year important)

नया साल महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह एक नए शुरुआत का दिन होता है जब लोग अपने जीवन में नए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए उत्साहित होते हैं। इस दिन को अपनाकर लोग अपने भविष्य के लक्ष्यों, उद्देश्यों और इच्छाओं को साबित करने की कोशिश करते हैं।

नया साल संभवतः सबसे प्रतीक्षित और उत्सुकता से भरा दिन होता है जो लोगों को अपने सपनों की उम्मीद देता है। यह दिन लोगों के जीवन में नए आरंभों के लिए उत्साह, उद्यम और संकल्प को बढ़ाता है।

इसके अलावा, नया साल अलग-अलग संस्कृतियों में भी विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है और अलग-अलग धर्मों में भी महत्वपूर्ण होता है। जिसमें अलग-अलग प्रकार के धार्मिक और सामाजिक अनुष्ठान होते हैं जो लोगों के जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं।

नया साल भारत में क्यों मनाया जाता है (Why is New Year celebrated in India)

भारत में नया साल विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है, जो भारतीय संस्कृति, धर्म और राष्ट्रीय अनुष्ठानों से जुड़ा हुआ है।

हिंदू धर्म में, नया साल वसंत पंचमी के दिन मनाया जाता है जो फरवरी या मार्च महीने में आता है। यह दिन फसल की उन्नति, शिक्षा और विद्यार्थियों के लिए अच्छी शुरुआत, स्वास्थ्य और सुख समृद्धि का प्रतीक होता है।

सिख धर्म में, नया साल बैसाखी के दिन मनाया जाता है जो अप्रैल महीने में आता है। यह दिन खेती, सड़क निर्माण, समाज के लिए सेवा और परिवार में एकता का प्रतीक होता है।

मुस्लिम समुदाय में, नया साल ईद-उल-फितर के दिन मनाया जाता है जो रमजान महीने के बाद आता है। यह दिन रमजान के महीने के उपवास के बाद ईद का प्रतीक होता है।

इसके अलावा, नया साल भारत के विभिन्न राज्यों में विभिन्न नामों से मनाया जाता है, जैसे बिहू (असम), पोंगल (तमिलनाडु), उगादी (कर्नाटक और आंध्र प्रदेश), वैशाखी (पंजाब

लोग नए साल का जश्न कैसे मनाते हैं (How do people celebrate the new year)

लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए विभिन्न तरीके अपनाते हैं। इनमें से कुछ सामान्य तरीके निम्नलिखित हैं:

पार्टी: बहुत से लोग नए साल की शुरुआत पार्टी करके मनाते हैं। ये पार्टी घर में हो सकती हैं या किसी रेस्तरां, क्लब या बार में भी की जा सकती हैं।

परिवार के साथ समय बिताना: कुछ लोग नए साल की शुरुआत अपने परिवार के साथ बिताकर मनाते हैं। इसमें घर पर खाने-पीने का इंतजाम होता है और बाजार से खास चीजों को खरीदा जाता है।

धार्मिक आयोजन: कुछ लोग नए साल की शुरुआत धार्मिक आयोजन जैसे मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च आदि में जाकर मनाते हैं।

यात्रा: बहुत से लोग नए साल के मौके पर यात्रा पर जाकर मनाते हैं। ये यात्रा घूमने-फिरने की हो सकती हैं या किसी अन्य शहर में जाने की भी हो सकती हैं।

इनमें से अपनी पसंद के अनुसार चुनें और नए साल की शुरुआत करें।

नया साल कैसे बनाया जाता है (How is the new year made)

नया साल एक ग्रेगोरियन कैलेंडर में वर्ष की शुरुआत होती है। इस कैलेंडर में एक साल 365 दिनों या 366 दिनों का होता है, जो लीप ईयर के रूप में जाना जाता है। नए साल की तारीख 1 जनवरी होती है और इस दिन से नया साल शुरू होता है।

नए साल को बनाने के लिए किसी विशेष क्रिया या रीति की आवश्यकता नहीं होती है। यह समय नौ से बारह बजे रात का होता है, जिसे न्यू ईयर इव या नए साल की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। लोग इस अवसर पर अपने प्रियजनों, दोस्तों और परिवार से मिलते हैं, आमतौर पर खाने-पीने का इंतजाम करते हैं और नए साल की शुरुआत को खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।

नए साल की शायरी (new year poetry)

कुछ नया साल की शायरी इस प्रकार हैं:

नया साल आया है, नयी उमंगें लेकर। खुशियों की बौछार, मन में उमंग भरकर।

नया साल आया है, नए सपने लेकर। आसमान में ऊँचाईयों को छूने का सपना देखकर।

नया साल आया है, नए आरम्भों के साथ। खुशियों के उफान, नए सपनों के साथ।

नया साल आया है, सबको मुबारक हो। जीवन में नए रंग भरे, हर दिन मधुर हो।

नया साल लाया है नए सपने और हर्षोल्लास। सबको मुबारक हो यह पावन अवसर।

नया साल आया है, नए आशाओं के साथ। खुशियों की धूम, मन में उत्साह लेकर आया है यह साल।

नया साल आया है, नए संघर्ष लेकर। हार नहीं मानने वालों के लिए अब नई उमंगें लेकर।

बच्चों की कहानियां (children's stories)

कुछ बच्चों की पसंदीदा कहानियां हैं:

सिंडरेला - एक लड़की की कहानी है जो अपनी सौंदर्य और सहयोग से राजकुमार से मिलती है।

हंसेल और ग्रेटल - एक भाई और बहन की कहानी है जो जंगल में खो जाते हैं और एक बुरी विश्वासघाती विधवा की चाल से जंगल में रहते हैं।

लिटिल रेड राइडिंग हुड - एक लड़की की कहानी है जो अपनी दादी माँ के घर जाती है, लेकिन रास्ते में एक शेर के द्वारा ठगा जाती है।

थंबलीना - एक छोटी सी लड़की की कहानी है जो एक फूल के अंदर से पैदा हुई होती है और बाद में एक नाव से बचाई जाती है।

पीटर पैन - एक नृत्यार्थी लड़के की कहानी है जो निशाने पर बैठता है और फिर नीचे गिरता है लेकिन उसके पास दूसरे दुनिये जाने का मौका होता है।

 गरीब का नया साल (poor new year)

एक गरीब व्यक्ति का नया साल भी दूसरों की तरह उत्साह से मनाया जा सकता है। वह शायद किसी प्रसिद्ध स्थान पर नहीं जाने की सम्भावना होती है, लेकिन उसे उसकी खुशी के लिए कुछ छोटी-छोटी खुशियों का आनंद उठाना चाहिए।

वह अपने परिवार के साथ खुश होने का प्रयास कर सकता है। वह उनसे अपने सपनों और लक्ष्यों के बारे में बात कर सकता है और उनके साथ एक साथ काम कर सकता है। वह घर के सामानों को साफ-सफाई करके नए साल का स्वागत कर सकता है और अपने बच्चों के साथ खुशी से खेल सकता है।

इसके अलावा, उसको यह सोचकर खुश होना चाहिए कि उसके पास जीवन है और उसकी जिंदगी में बदलाव लाने की संभावनाएं हमेशा होती हैं। वह अपने जीवन के नए साल में अपनी योजनाओं को बनाने और उन्हें पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास कर सकता है। इसके लिए, उसे अपने लक्ष्यों को तय करने के साथ-साथ उनके लिए आवश्यक कदमों का भी पता होना चाहिए।


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