धोखेबाज पत्नी एक विशेष श्रेणी की नहीं होती है। धोखेबाजी एक व्यक्ति के चरित्र और आचरण का परिणाम होता है, जो किसी भी लिंग या समुदाय से जुड़ा हुआ हो सकता है। धोखेबाजी विश्वासघात की एक गंभीर समस्या होती है जिसमें विश्वासघात करने वाला व्यक्ति अपने संबंधों को धोखा देता है। विश्वासयोग्यता, संवेदनशीलता, और संबंधों में सहयोग बहुत मायने रखते हैं जो इस तरह की समस्याओं से बचने में मदद करते हैं।
धोखेबाज पत्नी के क्या लक्षण होते हैं (What are the signs of a cheating wife)
धोखेबाज पत्नी को कैसे पकड़े (How to catch a cheating wife)
औरत को क्या धोखा देती है (What makes a woman cheat)
पत्नी के अफेयर के बारे में कैसे जाने (How to know about wife's affair)
बिगड़ी हुई पत्नी को कैसे सुधारें (How to reform a spoiled wife)
धोखा देने वाली पत्नी का व्यवहार कैसा होता है (How is the behavior of a cheating wife)
क्या धोखेबाज दोषी महसूस करते हैं (Do cheaters feel guilty)
क्या कोई औरत धोखा दे सकती है और फिर भी प्यार में हो सकती है (Can a woman cheat and still be in love)
पत्नी को धोखा क्यों देते हैं (Why do you cheat on your wife)
अच्छी पत्नी की पहचान क्या है (What is the identity of a good wife)
पत्नी पति से कितने दिन दूर रह सकती है (For how many days can a wife stay away from her husband)
पत्नी को क्या नहीं बताना चाहिए (What should not be told to the wife)
पत्नी के अफेयर के बारे में कैसे जाने (How to know about wife's affair)
पत्नी के अफेयर का जानना एक अत्यंत चुनौतीपूर्ण स्थिति हो सकता है। लेकिन यह जानना अत्यंत जरूरी हो सकता है, क्योंकि इससे आपकी संबंधों को बचाने में मदद मिल सकती है। जब आप यह जानने का प्रयास करते हैं कि आपकी पत्नी अपने ब्याह से अलग तरह के व्यक्ति से संबंध बना रही है, तो निम्नलिखित कुछ सुझाव आपकी मदद कर सकते हैं।
कैसे पता करें कि महिला दूसरे के संपर्क में हैं (How to know if woman is in contact with other)
यदि आप जानना चाहते हैं कि एक महिला दूसरे के संपर्क में है या नहीं, तो उसे सीधे पूछना सही विकल्प नहीं हो सकता है। यदि आप इस बारे में निश्चित रूप से जानना चाहते हैं, तो निम्नलिखित तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं:
सामाजिक मीडिया: आधुनिक दुनिया में, बहुत से लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं और उसमें अपने संपर्कों की सूची रखते हैं। आप इसका उपयोग कर सकते हैं और उसके सोशल मीडिया अकाउंट को खोज सकते हैं ताकि आप उसके संपर्कों की सूची देख सकें।
मैसेज एप्लिकेशन: अगर आप जानना चाहते हैं कि उस महिला के कौन कौन से लोगों से संपर्क हैं, तो उसके मैसेज एप्लिकेशन को खोलकर उसके संपर्कों की सूची देख सकते हैं। यह तरीका केवल उस व्यक्ति के संपर्कों की सूची को देखने के लिए है, लेकिन उसके यहां किसी भी अन्य संपर्क के बारे में जानकारी नहीं हो सकती है।
आपातकालीन स्थिति: यदि आप उस महिला के दोस हो सकता है.
बेवफा बीवी की पहचान कैसे की जाती है (How to identify unfaithful wife)
एक बेवफा बीवी की पहचान करने के लिए निम्नलिखित लक्षणों का ध्यान देना चाहिए:
विश्वासघात: बेवफा बीवी के साथ, विश्वासघात एक सामान्य लक्षण होता है। वह अपने पति के साथ असंगत व्यवहार करती है, उसे झूठ बोलती है और उसे धोखा देती है।
वाणिज्यिक क्रियाएं: अगर बीवी का व्यवहार अपने पति से कुछ छिपाने का संकेत देता है, जैसे कि उसकी वाणिज्यिक क्रियाएं होती है.
क्या धोखेबाज दोषी महसूस करते हैं (Do cheaters feel guilty)
धोखेबाज दोषी अपने कृत्यों से अक्सर अन्य लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं जो उनके साथ जुड़े होते हैं। वे अपने व्यवहार से दूसरों को ठगने या लूटने का प्रयास कर सकते हैं। वे अक्सर अपने आप को समाज में फ़रेबी या निश्चयवादी तरीके से प्रदर्शित करते हैं ताकि वे अपनी वास्तविक व्यक्तित्व या महत्व को छिपा सकें।
धोखेबाज दोषी अपने कृत्यों से अक्सर असहज या असंतोष महसूस करते हैं। उन्हें अपने व्यवहार के कारण लोगों की भरोसा खोने का डर होता है और वे अक्सर लोगों से दूर रहने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा, धोखेबाज दोषी अपनी ही असलीत को छिपाने के लिए अपनी जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश करते हैं और अक्सर अपनी गलतियों को दूसरों पर ठहराते हैं।
इन सभी कारणों से, धोखेबाज दोषी अक्सर असहज और असंतोष महसूस करते हैं।
बिगड़ी हुई पत्नी को कैसे सुधारें (How to reform a spoiled wife)
पत्नी के साथ एक संबंध बहुत महत्वपूर्ण होता है और यदि उसमें कुछ समस्याएं हैं तो इसे सुधारना बेहद आवश्यक होता है। यदि आपकी पत्नी बिगड़ी हुई है, तो निम्नलिखित विवेकपूर्ण टिप्स आपके काम आ सकते हैं:
संवेदनशीलता दिखाएं: अपनी पत्नी को आपकी संवेदनशीलता और समझदारी का एहसास दिलाएं। अपनी बात को उसे स्पष्ट रूप से समझाएं और उसे समर्थन और संबंध की जरूरत होने पर उसे दें।
संवाद के माध्यम से समस्याएं हल करें: अपनी पत्नी से खुलकर बातचीत करें और उसे अपनी समस्याओं के बारे में बताएं। यदि आप दोनों ने अपनी समस्याओं को समझा है, तो उन्हें मिलकर हल करें।
सब्र करें: अपनी पत्नी के साथ धैर्य रखें। बिगड़ी हुई स्थिति में, एक दूसरे के साथ रहने का सही समय और सब्र होना बहुत जरूरी होता है।
अपनी गलतियों को स्वीकार करें: अगर आपकी कोई गलती हुई है, तो उसे स्वीकार करें और उससे माफी मांगें। यह आपके संबंधों को काफी सुधार सकता है.
पत्नी पति से कितने दिन दूर रह सकती है (For how many days can a wife stay away from her husband)
पत्नी और पति के बीच की दूरी निर्धारित करना आसान नहीं होता है, क्योंकि इसमें विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे कि काम की व्यस्तता, परिवार के सदस्यों के साथ समय बिताना आदि।
हालांकि, एक सामान्य मानदंड के अनुसार, पत्नी और पति दोनों अलग-अलग शहरों में रह सकते हैं, इसके बावजूद भी उन्हें अपने संबंधों को स्थायी बनाए रखना चाहिए। वे अपनी व्यस्त जीवनशैली के बीच भी अपने संबंधों के लिए समय निकालने की कोशिश कर सकते हैं।
इसलिए, इस सवाल का सीधा जवाब नहीं हो सकता है, क्योंकि यह पत्नी और पति के बीच के संबंधों की व्यक्तिगत जरूरतों और स्थितियों पर निर्भर करता है.
औरतों को कैसे मर्द पसंद है (How do women like men)
इस सवाल का जवाब देना संभव नहीं है क्योंकि औरतें भिन्न-भिन्न होती हैं और वे सभी अपने-अपने व्यक्तिगत पसंद के आधार पर मर्दों को चुनती हैं। कुछ औरतें अपने साथी में भावुकता और संवेदनशीलता की खूबियों को महत्व देती हैं, जबकि कुछ अन्य औरतें बलवान, स्वाभिमानी और आत्मविश्वासी मर्दों को पसंद करती हैं। वे अपनी व्यक्तिगत पसंद के आधार पर मर्द का चयन करती हैं।
साथ ही, जो भी स्थिति हो, सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि आप दूसरों का सम्मान करें और अन्य व्यक्तियों के साथ संवेदनशील और सहयोगी बनें। अगर आप दूसरों के साथ बराबरी करते हैं और उनके भावों का सम्मान करते हैं, तो लोग आपके साथ संबंध बनाना पसंद करेंगे।
क्या एक औरत को दूसरी औरत के लिए आकर्षक बनाता है (What makes one woman attractive to another)
एक औरत को दूसरी औरत के लिए आकर्षक बनाने के कुछ मुख्य कारक होते हैं।
आत्मविश्वास: एक औरत जो आत्मविश्वास से भरी होती है और खुद को स्वीकार करती हुई दिखाती है, दूसरी औरतों के लिए आकर्षक होती है।
सहजता: एक औरत जो सहजता से भरी होती है और जिसे दूसरों के साथ संवेदनशीलता होती है, उसे दूसरी औरतें आकर्षित करती हैं।
समझदारी: एक औरत जो समझदार होती है और जिसे दूसरों के साथ बातचीत करने में आसानी होती है, उसे दूसरी औरतों के लिए आकर्षक बनाता है।
विशेषता: कुछ औरतें ऐसी होती हैं जो विशेष रूप से उन्हें आकर्षित करती हैं। इस विशेषता में उनके व्यक्तित्व, रचनात्मकता, क्षमता या कुछ अन्य चीजें शामिल हो सकती हैं।
उनके काम की क्षमता: दूसरी औरतों को एक औरत की काम की क्षमता भी आकर्षित कर सकती हैं.
पत्नी धोखा क्यों देती है (Why does wife cheat)
पत्नी धोखा देने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि:
विश्वासघात: कुछ पत्नियां अपने पति पर पूर्ण विश्वास नहीं करतीं होती हैं और अपने संबंधों में धोखा देने लगती हैं। ये विश्वासघात किसी भी समय शुरू हो सकते हैं और अक्सर अनजाने में होते हैं।
असंतोष: कुछ पत्नियों को उनके विवाहित जीवन से असंतोष होता है और वे अपने जीवनसाथी से पूर्णतः खुश नहीं होती हैं। ऐसे मामलों में वे किसी दूसरे आदमी से शारीरिक या भावनात्मक संबंध बनाने के लिए उत्तेजित हो सकती हैं।
विपत्ति: कई बार पत्नियों को अपने पति की अनुपस्थिति, स्वास्थ्य समस्याओं या आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस तरह की विपत्तियों के समय में वे अक्सर अपने संबंधों को बचाने के लिए जिंदगी की दूसरी तरफ देखने की ओर जाती हैं।
इन सभी कारणों के अलावा, पत्नी धोखा देने के पीछे कई अन्य कारण हो सकते हैं, जो कि उनके व्यक्तिगत जीवनशैली से होते हैं.
स्त्री पुरुष में क्या देखती है (What does a woman look for in a man)
स्त्री और पुरुष दोनों अपने-अपने संबंधों में कुछ विशेष बातों को देखते हैं। कुछ विशेष बातों को निम्नलिखित रूप से समझाया जा सकता है:
संवेदनशीलता: स्त्रियों को संवेदनशीलता की तरफ से अधिक देखा जाता है। वे उन पुरुषों को खुश रखना पसंद करती हैं जो उनकी भावनाओं को समझते हैं और उन्हें सम्मान देते हैं।
आकर्षण: स्त्रियों को उन पुरुषों में आकर्षित करता है जो अपने बारे में अच्छी तरह संभले हुए होते हैं। उन्हें उस पुरुष पर विश्वास होता है जो अपने वादों को पूरा करता है और संबंधों में निष्ठा रखता है।
संबंधों में सहयोग: स्त्रियों को उन पुरुषों से सहयोग की तरफ से ज्यादा दिलचस्पी होती है जो उनकी जरूरतों को समझते हैं और उन्हें समर्थन देते हैं।
सामाजिक दृष्टिकोण: स्त्रियों को उन पुरुषों की तरफ से अधिक पसंद होता है जो सामाजिक दृष्टिकोण से उन्हें समझते हैं.
ऐसी कौन सी चीज है जो पत्नी पति से छुपाती है (What is the thing that the wife hides from the husband)
मुझे किसी विशेष पत्नी या स्थिति के बारे में जानकारी नहीं है, इसलिए मैं यह नहीं बता सकता कि कौन सी चीजें वे छुपाती हैं। इसके अलावा, संबंधों में भरोसा और संवेदनशीलता बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और उन्हें टूटने से बचाना चाहिए। अगर आपकी समस्या है तो आप अपनी पत्नी से संवेदनशीलता और संबंधों में स्पष्टता की बात कर सकते हैं।
रंडियों की पहचान क्या है (What is the identity of prostitutes)
मैं आपको बताना चाहता हूं कि रंडियों के बारे में अनुचित या अश्लील भाषा का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इसके बजाय, इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सभी लोग समान मानव होते हैं और सम्मान के हकदार होते हैं।
उन लोगों को रंडी कहा जाता है जो अपने शरीर को बेचकर धन कमाते हैं या अन्य किसी तरीके से अपने शरीर का उपयोग कर लोगों को आकर्षित करने की कोशिश करते हैं। इस तरह के लोग आमतौर पर अनैतिक या असंगठित काम करते हैं और सामाजिक दृष्टिकोण से लोगों द्वारा स्वीकार्य नहीं माने जाते हैं।
इस तरह के शब्दों का प्रयोग करने से बेहतर होता है कि हम समाज के लिए जिम्मेदारी लेकर अश्लीलता के खिलाफ लड़ाई लड़ें और सभी लोगों को सम्मान दें।
स्त्री को सबसे ज्यादा मजा कब आता है (When does a woman enjoy the most)
मुझे दुःख होता है कि मैं आपके सवाल का उत्तर नहीं दे सकती क्योंकि यह सवाल स्त्री के व्यक्तिगत अनुभवों से जुड़ा हुआ है और उसका जवाब उस स्त्री के संदर्भ में भिन्न हो सकता है। स्त्री के अनुभव विभिन्न होते हैं और उनकी पसंद भी अलग-अलग होती है। इसलिए, मैं आपके सवाल का उत्तर नहीं दे सकती हूं।
हालांकि, मैं यह सलाह दे सकती हूं कि सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है कि स्त्री को सम्मान और सहयोग के साथ उन्हें अपने व्यक्तिगत अनुभवों का निर्णय लेने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए।
१. उनके व्यवहार में बदलाव - यदि आपकी पत्नी का व्यवहार आखिरकार समझ से बाहर होता जा रहा है, जैसे कि वे अधिक दूसरों से घुमने लगते हैं, अपने मोबाइल फोन को एक बार भी नहीं छोड़ते हैं, या वे अपने काम के समय असामान्य ढंग से देर तक दूसरों से बात करते हैं, तो यह एक चेतावनी हो सकता है। इस तरह के बदलाव का मुख्य कारण उनका अफेयर हो सकता है।
२. स्पष्ट तरीके से उनसे पूछें - आपको अपनी पत्नी से सीधे सवाल पूछने में कोई झिझक नहीं होनी चाहिए। उनसे उनके व्यवहार के बारे में सीधे प्रश्न पूछने का काम करे ताकि आपकी उस बावली के बारे में पता चल सके...
धोखेबाज पत्नी के क्या लक्षण होते हैं (What are the signs of a cheating wife)
एक धोखेबाज पत्नी के लक्षण बहुत होते हैं जिनसे आप उन्हें पहचान सकते हैं। ये लक्षण आमतौर पर उस स्त्री के व्यवहार, उसके बोलने के तरीके, और उसकी गतिविधियों से समझ में आते हैं। यहां एक कुछ ऐसे लक्षण दिए गए हैं जो धोखेबाज पत्नी के हो सकते हैं:
सताती पत्नी कौन होती है (Who is a nagging wife)
"सताती पत्नी" शब्द का अर्थ होता है कि जो एक पत्नी अपने पति को निरंतर या बार-बार परेशान करती है। यह एक व्यवहारिक शब्द है जो व्यक्ति के व्यवहार या रवैये के आधार पर पत्नी के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
इसके अलावा, इस शब्द का कोई विशेष विवरण नहीं है कि कौन सी महिला या पत्नी सताती होती है। यह उस व्यक्ति के व्यवहार और रवैये पर निर्भर करता है जिसके साथ वह रिश्ता होता है।
क्या धोखा देने वाली पत्नी हमेशा धोखा देगी (Will a cheating wife always cheat)
नहीं, धोखा देने वाली पत्नी हमेशा धोखा नहीं देगी। हालांकि, धोखा देना एक बुरा और अनुचित कृत्य है जो विश्वास और संबंधों को तबाह कर सकता है। धोखा देने वाले संबंधों में विश्वास और संबंधों को फिर से जीतना कठिन हो सकता है।
धोखा देने वाली पत्नी के व्यवहार में संशय जताना, बिना किसी कारण के झगड़े करना या उसके वफादारी नहीं निभाना जैसे कुछ लक्षण हो सकते हैं। इसे धोखा देने वाली पत्नी से बातचीत करके सुलझाना चाहिए। संबंध को बचाने के लिए, दोनों भागों को उनकी समस्याओं और जरूरतों के बारे में खुलकर बातचीत करनी चाहिए। अगर संबंध को निभाने में दोनों तरफ सहमति होती है, तो धोखा देने वाली पत्नी अपने वचनों को मान सकती है और फिर से विश्वास जीत सकती है।
कौन सी राशि धोखा देती है (Which zodiac sign cheats)
यह एक गलत और अनैतिक धारणा है कि कोई विशेष राशि धोखा देने के लिए अधिक प्रवृत्त होती है। ज्योतिष विज्ञान द्वारा राशियों को धोखा देने वाली राशि या लोगों के बारे में कोई समर्थन नहीं है।
धोखा देना किसी एक राशि से सीमित नहीं होता है। यह आदमी की संवेदनशीलता, नैतिकता और उनके संबंधों के तरीके पर निर्भर करता है। जैसे कि हर इंसान अपनी व्यक्तिगतता और विशिष्टताओं से भिन्न होता है, ठीक उसी तरह उनके संबंध भी उनके व्यक्तिगत और विशिष्टताओं से भिन्न होते हैं।
इसलिए, हमेशा यह सोचते रहना चाहिए कि धोखा देना किसी एक राशि से सीमित नहीं होता है और इस तरह की बातों को समझौते और संबंधों को बेहतर बनाने के लिए बातचीत और सहयोग अधिक महत्वपूर्ण होता है।
रिश्ते में सबसे ज्यादा धोखा कौन देता है (Who cheats the most in a relationship)
किसी भी रिश्ते में धोखा देना सही नहीं होता है और यह उतना ही अनैतिक होता है जितना कि उसे प्राप्त करना। कोई भी व्यक्ति या संगठन, चाहे वह पति, पत्नी, माता-पिता, बच्चे, दोस्त, सहयोगी या सामाजिक संगठन हो, इन सबमें से कोई भी धोखा दे सकता है।
धोखा देने वाला व्यक्ति उस संबंध के अनुभवों, भावनाओं और व्यवहार के आधार पर निर्भर करता है। अनुभव या समस्या को संभालने के तरीकों की कमी या आत्मीय और सामाजिक तनाव इसे धोखा देने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
इसलिए, हमेशा यह सोचते रहना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति या संगठन धोखा दे सकता है और संबंधों को स्थायी बनाने के लिए संवेदनशीलता, संघर्षों का समाधान, और सहयोग के माध्यमों का प्रयोग करना चाहिए।
पत्नी अपने पति से दूर क्यों रहती है (Why does the wife stay away from her husband)
पत्नी अपने पति से दूर रहने के कई कारण हो सकते हैं। ये कारण संबंधों, व्यक्तिगत और सामाजिक हो सकते हैं।
कुछ संबंधों में, जैसे कि विश्वासघात, जाने अनजाने में बेवफाई, झूठ बोलना या आदर-गौरव की कमी, इस तरह के कारण हो सकते हैं जो पत्नी को पति से दूर रहने के लिए प्रेरित करते हैं।
व्यक्तिगत कारणों में, जैसे कि स्वास्थ्य समस्याएं, स्वाभाविक शादीशुदा जीवन में उत्पन्न होने वाले तनाव, काम के दबाव, वित्तीय समस्याएं, जीवन में बदलाव, आदि इस तरह के कारण हो सकते हैं जो पत्नी को पति से दूर रहने के लिए अनुमति देते हैं।
सामाजिक कारणों में, जैसे कि पति की कामनाओं और भावनाओं की कमी, संवेदनशीलता या और भी कुछ हो सकता हैं.
धोखेबाज को कैसे पकड़ा जाता है (How is a cheater caught)
धोखेबाजों को पकड़ने के लिए कुछ अहम तरीके हैं, जो निम्नलिखित हैं:
सतर्कता: सबसे बड़ी बात यह है कि आप सतर्क रहें और धोखेबाजों की तरह खुद को लूटने से बचाएं। आपको कभी भी अपनी निजी जानकारी जैसे कि बैंक खाता या क्रेडिट कार्ड की जानकारी, पासवर्ड, पिन, सोशल सुरक्षा संख्या आदि किसी से शेयर नहीं करनी चाहिए।
फ्रॉड डिटेक्शन टूल: बहुत सारे फ्रॉड डिटेक्शन टूल उपयोग कर सकते हैं.
सबसे बुद्धिमान राशि कौन सी है (Which is the smartest zodiac sign)
ज्योतिष दृष्टिकोण से, ज्योतिष राशि अथवा सूर्य के राशि के आधार पर व्यक्ति की बुद्धिमानता का मूल्यांकन करता है। लेकिन वास्तविकता में, बुद्धिमानता किसी राशि से संबंधित नहीं होती है। बुद्धिमानता किसी व्यक्ति के जीवन अनुभव, शिक्षा, उनकी दृष्टि, अनुभव और सामाजिक परिस्थितियों के संयोग से प्रभावित होती है।
झूठ बोलने वाली राशि कौन सी है (Which is the lying zodiac)
ज्योतिष शास्त्र या धार्मिक ग्रंथों में कुछ जानकारी हो सकती है।
अभी तक, सामान्य रूप से इसे सोचा जाता है कि किसी राशि के लोग झूठ बोलने वाले होते हैं या नहीं इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। झूठ बोलना एक व्यक्ति की व्यक्तिगत गुणवत्ता होती है, जो उनके व्यक्तिगत चरित्र और मूल्यों पर निर्भर करती है।
कौन सी राशि की लड़कियां भाग्यशाली होती है (Which zodiac sign girls are lucky)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राशि विशेष के लोगों का भाग्य उनकी जन्मतिथि और समय के आधार पर निर्धारित होता है। हालांकि, किसी राशि की लड़कियों को भाग्यशाली बताना संभव नहीं है क्योंकि लड़की की कुंडली व्यक्ति के जन्म के समय और स्थान के आधार पर होती है।
ज्योतिष शास्त्र बताता है कि भाग्य किसी एक ग्रह या राशि के आधार पर नहीं निर्भर करता है। भाग्य व्यक्ति के अच्छे कर्मों, पूर्वजन्म कर्मों, वर्तमान जीवन की कर्मफलों और भाग्यशाली गतिविधियों पर निर्भर करता है।
इसलिए, राशि की लड़कियों को भाग्यशाली बताना संभव नहीं है। हर व्यक्ति अपने कर्मों और परिश्रम से अपने जीवन को सफल और भाग्यशाली बना सकता है।
कौन सी राशि वाले धनवान होते हैं (Which zodiac sign is rich)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, राशि विशेष के लोगों के धन स्थिति का निर्धारण उनके जन्म के समय और स्थान के आधार पर किया जाता है। हालांकि, कुछ राशियों को धनवान होने के लिए जाना जाता है। निम्नलिखित राशि वाले धनवान हो सकते हैं:
मेष राशि (Aries): मेष राशि के जातक बहुत ही प्रबल होते हैं और उन्हें धन कमाने का स्वभाव होता है। वे बड़े और सफल व्यवसायों के मालिक हो सकते हैं।
कौन सी राशि प्यार को महत्व देती है (Which zodiac sign gives importance to love)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी राशियों के जातक प्यार को महत्व देते हैं। हालांकि, यह निर्भर करता है कि किस ग्रह या ग्रहों की स्थिति उनकी राशि में हो रही होती है। ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रह की एक अलग शुभता और अशुभता होती है और ये शुभता या अशुभता जातक की राशि पर निर्भर करती है।
उदाहरण के लिए, प्रेम और संबंधों के लिए शुक्र ग्रह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर किसी जातक की राशि में शुक्र ग्रह अधिक शुभता से स्थित होता है तो उन्हें अपने प्रेम और संबंधों में सफलता मिल सकती है। लेकिन अगर शुक्र ग्रह की स्थिति उनकी राशि में अशुभ होती है तो उन्हें प्रेम जीवन में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए, यह सही नहीं होगा कि कोई एक राशि प्रेम को ज्यादा महत्व देती है। सभी राशियों के जातकों के लिए प्रेम एक महत्वपूर्ण विषय है और यह उनकी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
लकी लड़की कौन होती है (Who is the lucky girl)
"Lucky girl" एक असामान्य व्यक्ति के बारे में एक सामान्य अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ हो सकता है कि उस व्यक्ति को भाग्यशाली माना जाता है। इसका कोई ठोस परिभाषा नहीं है और इसका मतलब व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकता है।
लेकिन यदि हम इस अभिव्यक्ति को संबंधों या शादी के संबंध में उपयोग करें तो एक भाग्यशाली लड़की वह होगी जो अपने जीवन साथी से स्थिर और समर्थ रिश्ता रखती है। वह एक स्वस्थ और संतुलित रिश्ते में होती है जो संबंधों के लिए आवश्यक गुणों जैसे संवेदनशीलता, संवेदनशीलता, वफादारी, विश्वास, समझौता और समर्पण से भरा होता है। इसलिए, एक भाग्यशाली लड़की वह होती है जो अपने संबंधों को समझती है और उन्हें समर्पित होती है।
हर औरत एक आदमी में क्या चाहती है (What does every woman want in a man)
हर औरत अपने व्यक्तिगत स्थिति, संसारविषयक और व्यक्तिगत आकांक्षाओं के अनुसार अलग-अलग चाहती होती है। यह उसके व्यक्तिगत और सामाजिक माहौल, संदर्भ और समय के आधार पर भी अलग हो सकता है।
कुछ सामान्य चाहतें हो सकती हैं जैसे कि उसे सम्मान, स्वतंत्रता, समानता, सुरक्षा, स्वास्थ्य, आराम, संयुक्त परिवार के साथ अच्छे संबंध, शिक्षा और रोजगार का अधिकार होना चाहिए।
इसके अलावा, कुछ महिलाएं अपने करियर, उनके परिवार और समाज में सफलता, समाज सेवा, स्वयं के सम्मान, संबंधों के मूल्य, स्वयं के प्रगति और अभिवृद्धि के लिए हैं
स्त्री का कौन सा अंग छूने से जल्दी गर्म होती है(Which part of a woman gets hot quickly by touching it)
महिलाओं का योनि (वुंडरलैंड) अंग उनके शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है जो छूने से जल्दी गर्म हो सकता है। इसका कारण यह होता है कि योनि में उपस्थित शीघ्र गर्म होने वाले शरीर के तरल पदार्थों के संचय होते हैं, जिनमें शामिल हैं जैसे कि रक्त, त्वचा का तेल और अन्य तरल पदार्थ। इसलिए, योनि का संपर्क या छुआई, जैसे कि संभोग, स्पर्श, या अन्य उपयोग, योनि के अंदर उपस्थित तरल पदार्थों को हिला सकता है और इससे योनि गर्म हो सकती है।
यह बात ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि, स्त्री की योनि विभिन्न कारणों से गर्म हो सकती है जैसे कि संभोग, योनि संक्रमण, अधिक स्पर्श आदि। इसलिए, अगर आपके पास किसी अन्य कारण से संबंधित समस्या है तो इसे ठीक तरीके से जांचने के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
स्त्री का कौन सा अंग नहीं देखना चाहिए (Which part of a woman should not be seen)
महिलाओं के शरीर का हर अंग महत्वपूर्ण होता है, लेकिन सामाजिक और संस्कृतिक मानदंडों के कारण कुछ अंगों को लोग देखना पसंद नहीं करते हैं। हालांकि, किसी भी अंग को लेकर शर्मिंदगी या लाज नहीं होनी चाहिए और हमेशा इन बातों का आधार रखा जाना चाहिए कि कौन सा अंग अन्य लोगों के सामने दिखाने योग्य है और कौन सा नहीं।
फिर भी, सामाजिक मानदंडों के अनुसार, महिलाओं की योनि (वुंडरलैंड) को देखना या छूना नहीं चाहिए जब तक कि आप उसे साफ-सफाई के लिए धोने या संभोग के समय हाथ धो लिए हों। इसके अलावा, महिलाओं की स्तन (ब्रेस्ट) को भी बिना उनकी सहमति के नहीं छूना या देखना चाहिए। इसलिए, आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए और समझना चाहिए कि महिलाओं के शरीर को सम्मान देना बहुत महत्वपूर्ण है।
मनुष्य के शरीर में सबसे गंदा अंग कौन सा है ( Which is the dirtiest organ in the human body)
ऐसा कुछ नहीं है कि मनुष्य के शरीर में कोई एक सबसे गंदा अंग होता है। सभी अंग अपने आप में महत्वपूर्ण होते हैं और स्वच्छता का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
स्त्री का कौन सा अंग हमेशा गीला रहता है (Which part of a woman is always wet)
महिलाओं के लिए ज्यादातर रसीले या गीले अंग उनकी योनि (वैजाइना) होती है। यह एक स्वाभाविक रूप से नमीदार अंग है जो अपने स्वच्छता के लिए उन्हें रखने की आवश्यकता होती है।
लड़कियों का कौन सा अंग रात होते ही गीला होने लगता है (Which part of girls starts getting wet at night)
कोई ऐसा अंग नहीं होता है जो रात होते ही लड़कियों में गीला होने लगता हो। यदि कोई अंग नम हो रहा है, तो यह स्वाभाविक नहीं हो सकता और उसका कारण कुछ और हो सकता है। ऐसी स्थिति में एक डॉक्टर से सलाह लेना सुझावित होता है।
गुप्त अंग को क्या कहते हैं (What is the secret organ called)
गुप्त अंग वे अंग होते हैं जो शरीर के भीतर होते हैं और सामान्यतया सभी लोग उन्हें नहीं देखते हैं या बाहर नहीं दिखाते हैं। इनमें महिलाओं की योनि, गर्भाशय, अंतःस्रावी नलिका और पुरुषों का लिंग शामिल होता है।
पत्नी का कौन सा अंग नहीं छूना चाहिए (Which part of the wife should not be touched)
किसी भी महिला के साथ संभोग के दौरान उसकी सहमति और सम्मति के बिना उसके किसी भी अंग को छूना उचित नहीं होता। इसके अलावा, जैसा कि सभी लोग जानते हैं, अश्लील या अनुचित शब्दों का उपयोग करना भी उचित नहीं होता। संभोग में सभी भाग लेने से पहले एक दूसरे के सम्मति और सहमति का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
पत्नी अपने पति को कौन सा अंग छूने नहीं देती है (Which part of the body does the wife not allow her husband to touch)
एक स्त्री किसी भी पुरुष के साथ अपनी सहमति और सम्मति के बिना उसके किसी भी अंग को छूना नहीं चाहती। इसके अलावा, कुछ महिलाएं अपने स्तनों को छूने से खुश नहीं होतीं हैं, या फिर वे अपने शरीर के किसी अन्य अंग को छूने से इनकार करती हैं। फिर भी, किसी भी संबंध में सभी भाग लेने से पहले एक दूसरे के सम्मति और सहमति का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
पुरुष को जोश कब आता है (When does a man get excited)
पुरुषों को जोश उनकी मनोदशा, वातावरण, स्त्री के साथ संबंध और शारीरिक उत्तेजना जैसे अनेक कारकों पर निर्भर करता है। जोश का आना शारीरिक, मानसिक और उत्तेजनापूर्ण अनुभव होता है जो अक्सर संबंध बनाने के दौरान होता है। इसलिए, जोश का आना समय, स्थान और परिस्थितियों के आधार पर भिन्न हो सकता है।
१. झूठ बोलना: एक धोखेबाज पत्नी अक्सर झूठ बोलती है, जिससे वह अपने पति को गुमराह कर सकती है। वह अक्सर उस व्यक्ति के बारे में झूठ बोलती है जिससे उसे अपने लक्ष्य की प्राप्ति करने में मदद मिल सकती है। यह उसके पति के साथ भी हो सकता है, जब वह उसे धोखा देने के लिए किसी अन्य व्यक्ति को झूठा बताती है।
२. निरंतर झगड़ा: धोखेबाज पत्नी निरंतर झगड़ा करने की कोशिश करती है। वह अपने पति के साथ छोटी-छोटी बातों में भी झगड़े करती है ताकि वह उससे दूर रह सके। इस तरह के झगड़े उसके पति को व्याकुल कर सकते हैं और उसे उसके संबंधों में असुरक्षित महसूस कराते हुए जाहिर हो जाती है आगे बाकी है...
दूसरे दिन प्रभात होते ही गंगाराम पटेल और बुलाखी नाई ने शौचादि से निवृत हो चलने की तैयारी की । बुलाखी ने घोड़े पर जीन कस खुरजी डाल दी गंगाराम ईश्वर का नाम ले घोड़े पर सवार हो चल दिए पीछे - पीछे बुलाखी नाई चल दिया । उठते - बैठते , बातचीत करते हुए जा रहे थे कि शाम होने आई , तब बुलाखी नाई बोला कि महाराज मंजिल पूरी हो गई और थक भी गए अब तो ठहरना चाहिए ।
तब गंगाराम पटेल बोले यह माधौपुर नगर दीखता है , करीब ही कोई बाग होगा उसमें ठहरेंगे । ऐसा कह आगे बढ़े और कुछ दूर फासले पर एक बाग मिला उसमें दोनों जने घुस गए और बुलाखी नाई ने घोड़े को धान लगाकर बिस्तर लगा दिया और दोनों बाग की सैर करने लगे । क्या देखते हैं कि एक तरफ शिवजी का मन्दिर बड़ा आलीशान बन रहा है घन्टों की झंकार हो रही है , झाड़ फन्नूस उजाला कर रहे हैं ।
यह देख गंगाराम पटेल ने 10 रुपये निकाल बुलाखी नाई को दिए । दाम लेकर बुलाखी बाजार को गया और एक दुकान से आटा दाल , घी व दाना , घास , रातिब लेकर चल दिया और चारों तरफ निगाह घुमाता हुआ किसी अजूबा चरित्र की फिराक में था । जब चौराहा निकल गया तो क्या देखता है कि एक पक्का चबूतरा बन रहा है और एक पैप चबूतरे में गढ़ी हुई है जिसके ऊपर शंख रखा हुआ है और अपने आप बज रहा है ।
यहाँ पर कोई स्त्री पुरुष नहीं हैं ऐसा अजूबा चरित्र देखकर बुलाखी झटपट सामान लेकर आया और सामान को रखकर कहने लगा कि महाराज आज के देखे चरित्र का आप जनज नहीं दे सकते हैं । तब गंगाराम पटेल कहने लगे तू घोड़े को दाना घास , रातिव खिला चौका बर्तन साफ कर मैं भोजन बना लूँ जिसके बाद भोजन पा फारिग हो जाये तब तू कहना मै जवाब दूँगा ।
बुलाखी नाई सब काम कर फारिग हुआ और गंगाराम ने भी भोजन बना और दोनों जने भोजन पा फारिग हुए । तब गंगाराम पटेल लेट गए और बुलाखी ने तबेदार हुक्का भरकर गंगाराम को दिया और पैर दाबने लगा ।
तब गंगाराम कहने लगे कि बुलाखी नाई अपने देखे हुए अजूबा चरित्र को सुना बुलाखी नाई बोला - महाराज मैं बाजार से लौट रहा था तो क्या देखता हूँ कि एक पक्का चबूतरा बन रहा है और एक लोहे की पैप लगी है जिस पर शंख रखा हुआ है और वह बज रहा है वहाँ न तो कोई पशु न पंछी न इन्सान है । सो वह कैसे बज रहा है ।
गंगाराम कहने लगे - हे बुलाखी नाई सुन , माधौपुर में नाथूराम नाम का एक गड़रिया रहता था , ईश्वर की कृपा से उसके सन्तान भी थीं और धन भी था । नाथूराम के चार पुत्र और दो पुत्री थीं । नाथूराम के बड़े लड़के का नाम पंचम था , वह पढ़ा लिखा भी था । पंचम की शादी रामचन्द्र की लड़की के साथ हुई थी । पंचम जब बहू विदा कराने गया तो अपने दोस्त पन्नालाल को भी साथ ले गया था तब विजयगढ़ में पहुँचे तो रामचन्द्र ने बड़ी खातिर की ।
जब रात का वक्त हुआ तो पंचम का अट्टा पर पलंग बिछाया गया और पंचम उड़े आराम के साथ पलंग पर लेट गया और लेटा - लेटाका पी रहा था । इसकी स्त्री धनवन्ती कहने लगी कि हे प्राणपति ! तुम थक गए होंगे लाओ पैर दबा दूं । तब पंचम कहने लगा - तुम सब काम से फारिग होकर आना , वह बड़ी अय्यास थी , पति को इतना प्रेम भाव दिखा गई कि पत्नी पतिव्रता है , लेकिन पंचम भी होशियार था ।
जब रात के 11 बजे का समय हुआ तो वह स्त्री चौमुख दिवला जोड़कर थाल को सजा और शृंगार कर भटियारे की मढ़ी को चल दी । जब वह भटियारे के पास पहुँची तो भटियारा कहने लगा दोहा - देर कहाँ तूने करी , हे लुच्ची बदमाश । हटि जा रण्डी यहाँ से , मत कर मेरी आस ॥ पत्नी- पति मेरा आया सुबह , भोजन करे तैयार । रही अरदली में तनिक , सुन मेरे दिलदार ॥ भटियारा - पति सेवा में मगन तू , निश्चय है भरपूर । मेरे ना तू काम की , नहीं अपसरा हूर ॥
पत्नी- फिकर करी में बहुत सी , लगी न मेरी घात । सोने से वह जग पड़े , बीत गई ज्योंही रात ॥ भटियारा - ला सिर पति का काट तू , जो चाहत है मोय । जा जल्दी तू लौट कर , तब ही जानूँ तोय ॥ पत्नी - जाती हूँ आऊँ अभी , जो मौका मिल जाय । तनक देर मैं ना करूँ , साँच कहूँ समझाय ॥ इतना कहकर धनवन्ती अपने मकान पर आई और आकर इस फिराक में घूमने लगी कि पति का शीघ्र सिर काटकर भटियारे के पास जाऊँ ।
इतने ही में पंचम सोते से ख्वाब में कहने लगा - पन्नालाल दौड़ना चोरों ने मुझे घेर लिया । यह आवाज सुनते ही सारे घर के पन्नालाल समेत जाग पड़े और पंचम से कहा - क्या बात है ? तब पंचम ने कहा - जरा तसल्ली मारो में बताता हूँ । मैं नहीं कहता कि मैं सोता था या जागता था । मुझे चोरों ने नहीं घेरा और एक औरत तलवार की फिराक में घूम रही है और मेरा शिर काटने के लिए बस और ज्यादा नहीं बता सकता हूँ । मेरा शरीर थर - थर काँपता है ।
तब यार ने पंचम से कहा - आओ मेरे पास लेट जाओ , चित्तर सारी को न जाना । इतनी बात सुन पंचमं अपने यार ही के । पास सो गया । पन्नालाल बाहर चबूतरे पर दस आदमियों के बीच सोया था , धनवन्ती की घात न लगी । उधर भटियारा इन्तजार देखता रहा । अब यह रात व्यतीत हुई और सबेरा हुआ तो सब अपने काम पर जुट गये ।
पंचम और पन्नालाल को दूसरे दिन रोक लिया और कहा कि कुमर साहब तीन साल के बाद आये हो चार छः दिन ठहरो । इतनी सुनकर दोनों जने रह गये और रात के वक्त सोने के वास्ते पंचम जब चला तो तड़ाक के साथ छींक हुई तो पन्नालाल ने चित्तरसारी पर न जाने दिया और अपने ही पास सुलाया । अब रात के बारह बजे का वक्त हुआ तो धनवन्ती शृंगार का चौमुख दिवला जोर भटियारे के यहाँ जाने लगी , इधर पन्नालाल पीछे - पीछे चल दिया ।
धनवन्ती भटियारे की मढ़ी के पास चुपचाप बैठ गई तब भटियारा कहने लगा मैंने सारी रात इन्तजार देखा , तेरी याद में सारी रात नींद नहीं आई । तब धनवन्ती बोली दोहा- फिकर करी में बहुत सीं , लगी न मेरी घात । सोते से सब जग पड़े , बीत गई सब रात ॥ मैं सारी रात इसी फिकर में रही कि पति का शीश काटकर अपने दिलवर के पास ले जाऊँ । इतना कह दोनों जने आराम करने लगे ।
कुछ देर और भी गुफ्तगू हुई फिर मढ़ी से धनवन्ती निकलकर चार बजे के वक्त चल दी । उसके पीछे - पीछे पन्नालाल भी चल दिया और धनवन्ती से आगे पहुँच पंचम के पास आ सोया धनवन्ती अपने मकान में चली गई । रात गुजरकर सवेरा हुआ तीसरे दिन का जिक्र है कि पंचम व पन्नालाल चलने को तैयार हुए तब धनवन्ती ने अपनी संग की सहेलियों से कहा । बस बहनो ? आज अपने जीजा को न जाने दो तो अच्छा है , तब सब सहेलियों ने पंचम को व पन्नालाल को जाने न दिया ।
दोपहर के वक्त इसकी स्त्री ने अपनी माँ से कहा , ला मैं भोजन बना लूँ । धनवन्ती अपने यार कूजड़े से पहले ही जहर ले आई थी , इसने खीर में जहर मिला दिया । सिर्फ दो थालियों में भोजन रक्खा गया जब पन्नालाल और पंचम भोजन खाने चले तो स्वान ने कान फड़फड़ाये तो उन थालियों में पन्नालाल को शक हुआ उसमें कुछ खीर लेकर स्वान को डाली तो स्वान मर गया ।
पंचम और चले पन्नालाल ने खीर न खाई सिर्फ दोनों रोटी खाकर आये । पन्नालाल पंचम से कहने लगा हाँ मालूम पड़ा खीर में जहर था , इतनी कह दोनों जने लेट गये । जब रात का वक्त हुआ तो धनवन्ती रोजाना की तरह थाल सजाय चौमुख दिवला और उस कूजड़े की मढ़ी को चल दी । पन्नालाल बड़ा होशियार था धनवन्ती से पहले साधू का भेष रख मढ़ी से अलग धूनी लगाकर रास्ते में बैठ गया ।
इधर से धनवन्ती घूमती हुई गई रास्ते में साधू देख बोली कौन है ? तब पन्नालाल कहने लगा कि हम महात्मा हैं सुबह होते ही रम जायेंगे । धनवन्ती महाराज कहाँ के रहने वाले हो , क्या जानते हो ? साधू - काशी के रहने वाले हैं मैं सब कुछ जानता हूँ । धनवन्ती - अच्छा बताओ मेरा पति कब तक मरेगा । साधू - तेरा पति तुझे तकलीफ देता है , जो मारना चाहती है ।
धनवन्ती - मुझको मारता और तंग रखता है । साधू - यह बात नहीं है , ठीक - ठीक बतला । धनवन्ती - और कोई बात नहीं है । यह कह साधू को कूजड़ा की मढ़ी में लिवा ले गई और कहने लगी । महाराज कोई ऐसा उपाय बताओ जिससे मेरा पति मर जाय , तब साधू बोला मेरे हाथ पर कुछ रख तब पीछे बताऊँगा । धनवन्ती ने अपनी अंगुली से सोने की अंगूठी निकाल रख दी । तब साधू कहने लगा दोहा- साधू बसत सराय में , दोऊ दीन की खैर । ना काऊ से दोस्ती , ना काऊ से वैर ॥ अरे यह हवा चन्दरोज की है , पीछे पछतावेगी । ऐसा यत्न मत पूछे स्त्री के जन्म को पार लगाने वाला पति है । पति के बिना संसार में कोई नहीं पूछता ।
तब कूजड़ा रिस हो बोला - चलो जी चलो बाहर निकलो ऐसी बातें यहाँ न बताओ । तब साधू ने कहा - ये लो मेरी धूनी की राख , इसे दूध में पिला देना , पीते ही पति मर जाएगा । इतना कह साधू रवाना हुआ और कूजड़ा धनवन्ती से कहने लगा - सिर काटकर ले आई । तब वह बोली - मौका न मिला । मैंने खीर में जहर मिलाया भोजन रखा तो सम्मुख छींक हुई , उसने फौरन खीर कुत्ते को डाली वह मर गया ।
अब मैं क्या करूँ बताओ ? अच्छा कल तेरे साथ मकान पर मैं चलूंगा । इतना कह दोनों जने ऐशो आराम करने लगे । साधू पन्नालाल अपने पलंग पर आकर सो गया । जब चार बजे तब धनवन्ती अपने मकान पर चली गई और सवेरा हो गया । तब धनवन्ती ने अपनी माँ से कहा- उन्हें आज और रखना कल विदा करना । माँ बोली अच्छा पन्नालाल ने पंचम से कहा तुम्हारी स्त्री कूजड़े से फँस रही है । यकींन न हो तो मैं कल तुमको सारा चरित्र दिखाऊँगा ।
उधर धनवन्ती ने पन्नालाल महात्मा की दी हुई रख्या एक लोटा में डालकर तैयार कर ली जिससे पति मर जाये । दोपहर के समय जब दोनों भोजन खाने गए तो धनवन्ती ने जो लोटा तैयार करके रखा था , दोनों ने भोजन खाये और बैठक में लेटे रहे । पन्नालाल ने कहा- अब दोस्त तुम बीमार हो जाओ और कहो कि जब से लोटे का जल पिया है तभी से दर्द शुरू हो गया है । पन्नालाल के कहने से पंचम चिल्ला निकला और कहने लगा कि मैं मरा मेरा इलाज कराओ ।
रामचन्द्र ने फौरन हकीम को बुलाया और नब्ज देखकर कहा - इसे कोई बीमारी नहीं है । तब पंचम ने कहा - हकीम जी पेट में दर्द होता है । हकीम ने दर्द की दवा दी , देते ही और भी चिल्ला निकला और कहने लगा मुझको किसी तरह मेरे घर पहुँचा दो । तब रामचन्द्र ने कहा कि कुमर साहब ठीक होने पर तुमको भेज दूँगा । धनवन्ती मन में बहुत खुश थी कि थोड़ी देर में मेरा पति खत्म हो जाएगा ।
एक घण्टा जब यह हालत देखी तब पन्नालाल कहने लगा कि भेज दो , कोई सवारी का इन्तजाम कर दो , ऊँच नीच की बात न बने । तब रामचन्द्र ने अपना रथ जुड़वाकर दोनों को विदा किया । कुछ दूर रथ निकल गया तो पन्ना कहने लगा - अब रथवान तुम रथ को वापिस ले जाओ । वह जो नगला दीखता है वहाँ हमारे बहनोई हैं वहाँ इलाज करवा लेंगे । ठीक होने पर घर को चले जायेंगे ।
रथवान को 20 रुपये दे वापिस किया और कहा कि कह देना हम घर पर उतार आये हैं । कल शाम को कहना । रथवान अपने घर को वापिस आ गया उधर दोनों ने एक बैन बाजार से मोल लिया और सिंदूर का टीका अपने - अपने माथे पर लगा कोड़ा हाथ में ले टोपी सिर पर लगाये एक सोटा हाथ में ले भोपा बन गये और उस कूजड़ा की मढ़ी के रास्ते में बैन को बजाना शुरू कर दिया और एक - छिपी हुई तलवार साथ ले गए ।
इधर से धनवन्ती चौमुख दिवला जोड़कर चल दी । रास्ते में भोपा बैठे हुए मिल गये और धनवन्ती कहने लगी कि रास्ते में कौन बैठा है तब भोपा ( पन्नालाल ) हम भिखारी भोपा हैं । बारह वर्ष के लिए घर छोड़ दिया है । तब धनवन्ती कहने लगी कि कुछ जानते भी हो ? पन्नालाल बोला - हाँ जानते हैं । जो कुछ पूछो वही बतायेंगे । तब धनवन्ती बोली - मेरा पति बीमार घर को गया है , वह कब तक मरेगा ।
तब भोपा बोला वह तो 5 बजे के करीब मर गया तो धनवन्ती खुश होती हुई कूजड़ा के पास गई और वह सब हाल कुजड़ा से कहा - यह सुनकर दोनों खुश होकर अपनी काम क्रीड़ा करके दोनों जने सो गये । इधर पन्ना और पंचम मही में गये तो दोनों को सोता देख पंचम ने कूजड़ा का शीश काट कर उसी जगह बैन बजाने लगे । सो धनवन्ती की जैसे आँख खुली तो कूजड़ा का सिर अलग कटा हुआ पड़ा था ।
उसे देख मन ही मन में बहुत रोई और कम्बल में कूजड़े को गठरी की तरह सिर पर रख गंगाजी में बहा दिया और अपने घर आकर सो गई । उधर पंचम और पन्ना भी वापस आ गये । कुछ दिनों के बाद पंचम के माँ - बाप दोनों ही मर गये । पंचम ने बड़ी धूमधाम के साथ कारज किया और चन्द दिन बाद पंचम का यार पन्नालाल भी मर गया । सो हे बुलाखी नाई पंचम एक साल बाद धनवन्ती को विदा करा लाया और उससे कुछ न कहा । कुछ दिन गुजरे होंगे कि पंचम के एक पुत्र उत्पन्न हुआ । यह बच्चा बहुत खूबसूरत था ।
पंचम पंडित जी के पास गया और पण्डित जी से जाकर कहा - महाराज देखना कि बच्चा कैसी घड़ी में पैदा हुआ है तब पण्डित जी ने पत्रा खोलकर देखा और कहा - बहुत शुभ घड़ी में बच्चा पैदा हुआ है , वह बड़ा बलवान होगा । पंचम ने बड़े जोर से उसका दष्ठौन किया लड़के का नाम शेरसिंह रखा गया । जब वह अठारह वर्ष का हो गया और विवाह के योग्य हुआ तो एक गड़रिया की लड़की से शादी हो गई और बड़ी धूमधाम के साथ विवाह हो गया ।
अब शेरसिंह की दुल्हन आई और अपने माँ वा ! के यहाँ से मथना डला लाई और बटने से जो कुछ बचा वह पंचम ने अपनी स्त्री धनवन्ती से कहा - हे प्राण प्यारी ? इस डला को अन्दर रख दे । तब धनवन्ती बोली मुझसे नहीं उठ सकता तब पंचम कहने लगा कि इसमें कुजड़ा के वजन से भी ज्यादा है जिसमें ढाई मन चबीं थी उसे सिर पर रखकर गंगा जी में बहा आई ।
सो हे बुलाखी नाई ! ऐसा वचन सुनकर पंचम को स्त्री धनवन्ती ने खूंटी से तलवार उतार कर अपने पति पंचम का सिर काटने दौड़ी । पंचम घर से भागा और वह नंगी तलवार लेकर पीछे भागती हुई चली गई । इस तरह पीछा करते - करते कई रोज बीते । पंचम को एक साधू धूनी लगाये , आँख बन्द किये तपस्या कर रहा था
वह मिला , सो वह साधू की गुफा में अर्रा पड़ा और गुफा की शिला बन्द हो गई । अब वह धनवन्ती गुफा के चारों ओर घूम घामकर कुछ पेश न पाई तो घर को चली गई । जो हे बुलाखी नाई उस गुफा के ऊपर पक्का चबूतरा बना था वह उस साधू ने बनवाया और उसी का शंख था ।
एक पैप ऊपर से गुफा को लगी थी । अब पंचम को अपनी स्त्री का भय लगता है कि कहीं दरवाजा खोलकर आ गई तो जान से मार देगी , तब वह पैप से मुँह लगाकर डर के मारे रोता था वह शंख बज जाता था तू उसे देख आया है ।