हर्षनाथ का मंदिर किसने बनवाया था | Where is Harshnath mountain located

 हर्षनाथ मंदिर सीकर जिले में स्थित एक बहुत प्राचीन मंदिर है जोकि सीकर शहर से तकरीबन 21 किमी दूरी में है।  उस दूरी में एक पहाड़ी में हर्ष या हर्ष गिरि मंदिर स्थित है।  हर्षनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है जो इस मंदिर में लोकप्रिय रूप से 'हर्षनाथ' के नाम से जाने जाते हैं।  हर्षनाथ मंदिर समुद्र तल से करीब 914 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

  हर्षनाथ मंदिर कहाँ है?

  भगवान भोलेनाथ को समर्पित यह मंदिर राजस्थान के सीकर जिले के हर्षनाथ गांव की हर्ष या हर्षगिरि पहाड़ी पर समुद्र तल से लगभग 914.4 मीटर यानी 3000 फीट पहाड़ी की ऊंचाई पर स्थित है। वह हर्षनाथ मंदिर सीकर के मुख्य शहर से तकरीबन 21 किमी की दूरी पर स्थित है।

  हर्षनाथ मंदिर का निर्माण कब और किसके द्वारा हुआ था?

  हर्षगिरि पर्वत पर स्थित हर्षनाथ मंदिर का निर्माण ईस्वी में हुआ था।  973 ईस्वी और विक्रम संवत के अनुसार 1030 ईस्वी में निर्मित।  हर्षनाथ मंदिर के निर्माता शैव संत बावरक्त हैं जो चौहान शासक विग्रहराज प्रथम के काल के थे।

  हर्षनाथ मंदिर के बारे में –

  हर्ष या हर्षगिरि पहाड़ी की तलहटी में स्थित हर्षनाथ मंदिर हर्षनाथ गांव में हर्ष या हर्षगिरी पहाड़ी पर स्थित हर्षनाथ मंदिर न केवल आस-पास के भक्तों के लिए बल्कि देश के अन्य हिस्सों से आए श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था का एक प्रमुख केंद्र है।  हर्षनाथ मंदिर के पास आपको 900 साल से भी ज्यादा पुराने कई खंडहर मंदिर मिल जाएंगे।

हर्षनाथ मंदिर में मुख्य देवता-भगवान शिव को हर्षनाथ क्यों कहा गया ?

  कहा जाता है कि जब देवराज इंद्र और अन्य देवताओं को त्रिपुरा नाम के एक राक्षस ने स्वर्ग से निकाल दिया था, तभी सभी देवता इस पहाड़ी पर आ गए थे। 

केसरियानाथ जी मन्दिर की कहानी Story of Kesaryanath

 इसे सहन न करते हुए भगवान शिव ने उस राक्षस का वध कर दिया जिससे सभी देवता बहुत प्रसन्न हुए, इसीलिए देवताओं ने इस पहाड़ी का नाम हर्ष या हर्षगिरि रखा और इस पहाड़ी पर स्थित भगवान भोलेनाथ का नाम हर्षनाथ रखा।  तब से उन्हें हर्षनाथ के नाम से जाना जाता है।

  हर्षनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय - सीकर राजस्थान हर्षनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय हिंदी में।

  यदि आप दर्शन या पूजा के लिए हर्षनाथ मंदिर जाना चाहते हैं तो आपको सप्ताह के सोमवार या शिवरात्रि के दिन जाना चाहिए क्योंकि सामान्य दिनों में हर्षनाथ मंदिर में स्थापित भगवान शिव के दर्शन और पूजा करने के लिए लोग कम होते हैं लेकिन सोमवार और शिवरात्रि के दिन यहां तेजी से भारी भीड़ देखी जा रही है, मानो मेला लग रहा हो।

हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे?  - हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे हिंदी में सीकर राजस्थान।

  दोस्तों, जैसे आप जान चुके हैं कि हर्षनाथ मंदिर राजस्थान के सीकर जिले में अथापित है, इस नाते सबसे पहले आपको सीकर जिले में पहुंचना पडेगा ।  हर्षनाथ मंदिर सिखर जाने के बारे में हमने नीचे पूरी जानकारी के साथ बताया है कि आपको हर्षनाथ मंदिर जाने में कोई परेशानी नहीं होगी।

  हवाई जहाज से हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे?  - हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे हिंदी में सीकर राजस्थान।

 ( हर्षनाथ जी के मंदिर  से नजदीक में झुंझुनू हवाई अड्डा है, जोकि इस मंदिर से तकरीबन 87 किमी की दूरी पर स्थित  है। झुंझुनू एयरपोर्ट से हर्षनाथ मंदिर )के लिए बस और प्राइवेट टैक्सी आसानी से मिल जाएगी।  इसके अलावा आप झुंझुनू रेलवे द्वारा हर्षनाथ मंदिर जा सकते हैं जो झुंझुनू रेलवे स्टेशन से लगभग 88 किमी दूर है।  की दूरी पर स्थित है।

  ट्रेन से हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुँचे?  - हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे हिंदी में सीकर राजस्थान।

 गोरियां रेलवे स्टेशन हर्षनाथ जी की मंदिर नजदीकी  रेलवे स्टेशन है, जोकि इस मंदिर से तकरीबन 28 किमी की दूरी पर है।  गोरियन स्टेशन से हर्षनाथ मंदिर के लिए अनेको साधन है जैसे बस और टैक्सी की सुविधा उपलब्ध रहती है।

बस से हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे - हर्षनाथ मंदिर कैसे पहुंचे हिंदी में सीकर राजस्थान?

  बस से हर्षनाथ मंदिर जाने के लिए सबसे पहले आपको सीकर जिले में राजस्थान पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस स्टैंड जाना होगा और उसके बाद आप टैक्सी से आसानी से (हर्षनाथ मंदिर पहुंचा जा सका हैं। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस स्टैंड और हर्षनाथ मंदिर की दूरी तकरीबन 28 किमी है।

pic credit: apnasiskar
 

  हर्षनाथ मंदिर जाने के लिए हर्षनाथ गांव से हर्ष या हर्षगिरी पहाड़ी की तलहटी में पैदल चलना पड़ता है क्योंकि हर्षनाथ मंदिर हर्ष या हर्षगिरि पहाड़ी पर स्थित है।

 हर्षनाथ की और भी जानकारियां 

हर्षनाथ का मंदिर किसने बनवाया था (harshanaath ka mandir kisane banavaaya tha)

हर्षनाथ मंदिर का निर्माण गुप्त वंश के सम्राट हर्षवर्धन द्वारा ७२५ ईस्वी में कराया गया था। यह मंदिर भारत के बिहार राज्य में स्थित है और यह भारत के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है।

हर्षनाथ पर्वत की ऊंचाई कितनी है (harshanaath parvat kee oonchaee kitanee hai)

हर्षनाथ पर्वत की ऊंचाई लगभग 3,600 फीट (1,100 मीटर) है। यह पर्वत भारत के बिहार राज्य में स्थित है और हर्षनाथ मंदिर के पास ही है।

हर्ष की पहाड़ी कहाँ है (harsh kee pahaadee kahaan hai)

हर्ष की पहाड़ी भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह पहाड़ी नंदा देवी बियाबान वन्यजीव अभयारण्य में स्थित है और यहाँ कई प्राकृतिक रमणीय स्थल हैं।

सीकर में सबसे बड़ा मंदिर कौन सा है (seekar mein sabase bada mandir kaun sa hai)

सीकर भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है और वहां पर कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। सीकर में सबसे बड़ा मंदिर "श्री जगदम्बा मंदिर" है, जो कि हिंदू धर्म का मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण सन् 1458 ईस्वी में महाराजा कुम्भा ने कराया था। यह मंदिर सीकर के चारों ओर फैले सात हजार से अधिक शिवलिंगों के बीच में स्थित है।

हर्षनाथ की पहाड़ियां अलवर (harshanaath kee pahaadiyaan alavar)

हर्षनाथ की पहाड़ियां अलवर जिले में स्थित हैं। यह एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है जो भारतीय इतिहास, संस्कृति और धर्म के लिए महत्वपूर्ण है। इन पहाड़ियों पर अनेक प्राचीन मंदिर और स्मारक हैं जिनमें से सबसे प्रमुख हैं हर्षनाथ मंदिर, जो एक प्राचीन सूर्य मंदिर है।

हर्षनाथ मंदिर में सूर्य भगवान की पूजा की जाती है। यह मंदिर दक्षिण एशिया के सबसे प्राचीन सूर्य मंदिरों में से एक है। इसके अलावा, इन पहाड़ियों पर शिव मंदिर, चमुण्डा माता मंदिर, संतोषी माता मंदिर, लक्ष्मी नारायण मंदिर और विष्णु मंदिर भी हैं।

इन पहाड़ियों को भारत के प्राचीन स्थलों में से एक माना जाता है जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।

हर्षनाथ पर्वत कहां स्थित है (harshanaath parvat kahaan sthit hai)

हर्षनाथ पर्वत भारत के राजस्थान राज्य के अलवर जिले में स्थित है। यह पर्वत अलवर शहर से लगभग 14 किलोमीटर दूरी पर हर्षनाथपुर नामक स्थान पर स्थित है। हर्षनाथ पर्वत एक प्राचीन ऐतिहासिक स्थल है जो भारतीय इतिहास, संस्कृति और धर्म के लिए महत्वपूर्ण है। इस पर्वत पर अनेक प्राचीन मंदिर और स्मारक हैं जिनमें से सबसे प्रमुख हैं हर्षनाथ मंदिर, जो एक प्राचीन सूर्य मंदिर है।

हर्ष पर्वत की ऊंचाई (harsh parvat kee oonchaee)

हर्षनाथ पर्वत की ऊँचाई लगभग 1,000 फीट (300 मीटर) है। यह पर्वत अलवर जिले में स्थित है और इसे राजस्थान का सहीली वन क्षेत्र कहा जाता है। हर्षनाथ पर्वत एक प्राचीन स्थल है जो भारतीय इतिहास, संस्कृति और धर्म के लिए महत्वपूर्ण है। इस पर्वत पर अनेक प्राचीन मंदिर और स्मारक हैं जिनमें से सबसे प्रमुख हैं हर्षनाथ मंदिर, जो एक प्राचीन सूर्य मंदिर है।

हर्ष नाथ का मंदिर दिखाइए (harsh naath ka mandir dikhaie)

आप निम्नलिखित में से किसी भी वेबसाइट का उपयोग करके इंटरनेट पर उपलब्ध तस्वीरों को खोज सकते हैं।

Google Images: https://www.google.com/imghp

Flickr: https://www.flickr.com/

Getty Images: https://www.gettyimages.in/

Shutterstock: https://www.shutterstock.com/

Pixabay: https://pixabay.com/

हर्ष पर्वत का शिलालेख (harsh parvat ka shilaalekh)

हर्ष पर्वत का शिलालेख भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। इसे खोजने के लिए आप इंटरनेट पर उपलब्ध तस्वीरों का उपयोग कर सकते हैं या यदि आपके पास उपलब्ध हो, तो आप खुद उत्तराखंड जा कर हर्ष पर्वत का शिलालेख देख सकते हैं।

हर्षद माता मंदिर कहां स्थित है (harshad maata mandir kahaan sthit hai)

हर्षद माता मंदिर भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। यह मंदिर बारां जिले के नाथद्वारा से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर है। इस मंदिर को श्रद्धालुओं द्वारा बहुत प्रसिद्ध माना जाता है। हर्षद माता मंदिर को भारत के अन्य क्षेत्रों से भी भक्तों की भीड़ आती है।


 आपको हर्षनाथ मंदिर के साथ अपना अनुभव साझा करना चाहिए।


  धन्यवाद!

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