हार से जीत तक की कहानी से हमें क्या सीख मिलती है? | There is victory in front of defeat but short story



दोस्तों हर किसी का एक ऐसा समय आता है कि जब वह  हर एक काम टाइम से करता है तो उसको सफलता जरूर मिलती है  अन्यथा यह बहुत मुश्किल हो जाता है

  इस समय  का ध्यान देना  आवश्यक हो जाता है जबकि समय बहुत मूल्यवान होता है यह अमूल्य समय   का पालन करना चाहिए यही समय एकमात्र जरिया है जिससे व्यक्ति को अनेकों महारथ हासिल हो जाते हैं


  हर एक व्यक्ति के अंदर होना चाहिए  वक्त किसी के लिए कभी रुकता नहीं और ना ही किसी के सामने झुकने वाला है जिससे हर एक इंसान को समय और उसके बताए गए नियमों का पालन करके अपना कार्य करना चाहिए  जैसे कि हर एक इंसान कुछ ना कुछ  बनना चाहता है कुछ अलग सोचता  रहता है कभी उसको कामयाबी मिल भी जाती है और  कभी कभार ऐसा भी होता है उसके हाथ ना कामयाबी लगती है दोस्तों आज हम इसी पर आगे चर्चा करने वाले हैं जिसको जानकर आप पर  सोचने पर मजबूर हो सकते हैं

भारत में गरीबी

 एक लड़की रीमा से जो अपनी गरीबी के कारण  उसने दिल्ली शहर में जाकर  एक मॉल में  काम करने  लगी उस मॉल में उसको साडे ₹12000 में  उस मालिक ने  उसको देने का वादा किया  अब वह समय से करीब  15 मिनट 20 मिनट पहले ही पहुंच  जाया करती थी 

 वह पूरे मॉल में सबसे पहले आ जाती और वहां पर आकर मॉल खुलने का इंतजार  किया करती थी  उसको समय से पहले देखकर मालिक बहुत खुश होता था और ठीक मॉल के सामने मालिक का  घर भी था जिससे   कभी कभार  रीमा  मालिक  के घर पहुंच जाया करती थी  बात यह भी है कि  वहां पर उसकी अपनी सगी बेटी के जैसे धीरे-धीरे प्रेम भाव बढ़ने लगा  अभी तक वह एक किराए के मकान में रहती थी  उसके पूरे स्वभाव से सब लोग खूब पसंद रहते थे


 सबसे खास बात है वो टाइम पर जाग जाती थी और घर का पूरा काम काज समय पर काम पर चली जाती थी  अभी तक उसको 2 महीने बीत चुके हैं और वह अपने छोटे भाई को पढ़ाने के लिए और घर का खर्चा संभालने के लिए उसके पास पर्याप्त पैसे हो चुके तब उसने  बलिया  अपने घर जाकर  अपनी  मां और अपने छोटे भाई को दिल्ली शहर में  लेकर आ जाती है और  भाई को एक स्कूल में  एडमिशन करवा देती है  उसकी बूढ़ी मां उसी किराए के मकान में रहती है


 1 दिन उस मॉल के मलकिन ने उस  लड़की के बारे में की कोशिश किया की जरा तुम अपने बारे में हमें बताओ तो लड़की ने अपने बारे में बहुत कुछ बताया और अपनी बूढ़ी मां और अपने भाई के बारे में बताया कि यही हमारे दो लोग हैं और  यही हमारे जीवन के आधार है  यही  दोनों  के लिए हम जी रहे हैं सब कुछ जान लेने के बाद मलकिन ने उसको अपने घर में एक प्लाट दे दिया  और बोला कि इसका हम तुमसे किराया भी नहीं लेंगे और तुम   जब तक चाहो यहां पर रह सकती हो  

अब तो उस लड़की को खुशी का ठिकाना ना रहा दूसरे दिन वह  किराए का कमरा खाली करके वह मालिक के घर में रहने लग जाते हैं और उनका   जीवन आराम से कटने लगता है काफी दिन  वहां रहने के बाद लड़की पढ़ी-लिखी रहती  जिससे वह  मालिक उसको मॉल का मैनेजमेंट करने का कार्यभार सौंप देता है और 35 से 40000 हजार मंथली कर देता है

 तो किस तरीके से उनकी कहानी थी दोस्तों की सच्चाई की और कर्म के 1 दिन निश्चित है जीत होती है जिस  तरह  तरह से  रीमा की जिंदगी में बदलाव आ गया शायद आपके जिंदगी में  वह पल आ जाए तो समय को ध्यान में रखिए और समय के अनुकूल ही  रहिए शायद आपकी  जीवन में  इस तरह का कोई बदलाव करवट ले ले  धन्यवाद दोस्तों  पूरा पोस्ट पढ़ने के लिए

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