चोर की कहानी | chor ki kahani

 परदेशी के जीवन का शुरुआत यहीं से होता है यह अपने ही पास के गांव के 30  से 35 किलोमीटर  दूर अपने ही शहर में  बस में मूंगफली  बेचता है  और बस में किसी भी भाई का प्रेस  बटुआ बैक  यहां से वहां कर देता है और उसको  कहीं ले जाकर बेच देता है यही उसका  कमाने का मेन जरिया है   और इसी से  उसका जीवन यापन होता है  अभी तक उसने  जीवन मैं कुछ भी नहीं किया है  इसी तरीके से उसका जीवन यापन होता है बाकी अपने ही  भाई  का  पड़ोसी का जीवन खराब का करा रहता है कोई सुरक्षित यहां नहीं है

देशी की कहानी

विदेशी  एक गांव का लड़का है   जो हमेशा यहां वहां कहीं न कहीं चोरी करता रहता है  अभी उसका उम्र  35 साल का हो गया बचपन से ही चोरी छीनारी  करते आया है  अभी भी करने के योग में है और उसका ही मन  कैसा है ऐसे सब बातों से हमको घिन सी आती है रोज इसका पीना  शराब मैं डूबा रहना इसका मकसद है अब हम लोग नहीं सकते हैं क्योंकि यह बहुत ही बदतमीज इंसान है


विदेशी का जीवनी

यह बचपन में के  इनके उनके घर में चोरी करता था और  और आज भी यही कहीं पर भी हाथ मार लेता है इसका हाथ मारने का  नजरिया एक अलग है जैसे कि आपका नजर हटा  और यह दुर्घटना घटा देता  इतना शातिर लोग समाज के लिए अच्छा नहीं है और यह बहुत ही दुखदाई हैं और हमेशा समाज को  घोर  अपमानजनक  मैं डाले रहेंगे इससे बढ़िया है की एक अलग ऐसे लोगो परे  अपना  साथ हो यही हमारा और हमारे लोगों का  भला करेगा

विदेशी का क्या इलाज

उसका इलाज यही है की उसको वहां के लोग जहां पर ही चोरी करता है  वहां के लोग मिलजुलकर उसको कूटते हैं उसकेll बाद   अधमरा जान कर छोड़ देते हैं उसको जब भी होस होता है  तब वह जाकर शराब पीता है और शराब पीकर  अपने किए गए कर्मों को भूल जाता है  और फिर 10  से 15 दिन  कहीं भी चोरी नहीं करता है

विदेशी अपने  पाटीदारों को क्यों  गरियाता है



  वह अपने जीवन में  कुछ भी नहीं कर पाया  इसलिए अपने आप को  सही साबित करने के लिए दूसरों को गाली देता रहता है और जब वह है  खुद ही गलत है  दूसरे को क्या  अच्छी  राय दे सकता है  एक चोर दूसरे को किसी को भी  सैंपल आदमी को  राय कैसे दे सकता है जिसकी मानसिकता खुद इतना नीच हो वह दूसरे को कैसे  राय दे सकता  है

  विदेशी क्या कहता है

मां बनाएं डिजाइन भोले हमारा परिष्करण में दारू चढ़ावे

विदेशी वही  लड़का की मानी मानी गई बातें

उसका मानना है कि देश में चोरी करने वाला सबसे श्रेष्ठ है और नीति और आधुनिक तरीके से कमाने वाला गलत है उसका यह भी मानना है नहीं होते हैं यह तो काल्पनिक होते हैं उसका और भी एक अलग मानना है जो लोग चोरी करते हैं वही लोग सच्चे भक्त होते हैं बाकी सब चमचे हैं

विदेशी की गाइडलाइन लेखन:

विदेशी  एक हिंदुस्तानी लड़का है  जिसका चोरी करने में ज्यादा दिलचस्पी  मेहनत करके कमाने में कम दिलचस्पी  यही वह आदमी है  उसका कहना है हमारे जीवन में  बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव आया  जिसके कारण में हम यह सोचते हैं कि यही सही है  लेकिन तो सच बात वह नहीं जानते की सच्ची बात है किसी को दुख नहीं देना चाहिए नहीं तो नरक में भी जगह नहीं मिलने वाला हमने उनसे बोला  लोगों का समान चोरी क्यों करते हो  खुद कमा कर ही खरीद लो उसने बताया जब 10 मिनट में हम यह चीज हासिल कर सकते हैं तो  हमको 10 दिन  गवाने से क्या फायदा इसीलिए हम चोरी करते हैं और चोरी का माल अपने परिवार का पालन  पोषण करते हैं

  विदेशी का प्यार

ऐसी लड़की से शादी किया जो उससे भी  बड़ी चोरनी   हो  वह अपने जिला में सबसे टॉपर चोरनी है  जिससे विदेशी का शादी हुआ है यह चोर चोर नी समाज और गांव वालों को परेशान करते हैं जिससे गांव वाले पूरी तरीके से व्याकुल और इन लोगों से एक जलन प्रीत भावना से रहते हैं  लेकिन तो क्या करें   अपने ही गांव  गाढ़ी के लोग हैं  पाश्चात्य परत विरोध करना चाहिए और खुलकर सामने आना चाहिए

विदेशी का लव स्टोरी

विदेशी एक मुसलमानी लड़की से प्यार करता है  जिसको पूरी तरीके से जलील करता है पूरी समाज के  सामने  उसी से फिर शादी कर लेता है 10 15 दिन बीते हुए थे उसने  जैसे मुस्लिम लोग तलाक दे देते हैं सेम उसी तरीके से इसने भी अपना जरिया निकाला लेकिन तो ए कामयाब ना हो सका और इसकी तलाकनामा  नामंजूर हो गई  और या फिर उस लड़की को छोड़कर दूसरे 1 लड़की से कहा केवल हम तुमसे शादी कर लेंगे यही बात कहता रहा और वह ना जाने कितने के जीवन के साथ खेलता रहा और वह झाड़-फूंक का भी काम करता था

 राजा शिलादित्य की कहानी 

जिससे वह बहुत ही जल्दी किसी को भी पटा लेता था और कोई भी कृत्य करता था ना जाने कितना  इन्होंने काम किया बाबूलाल की माने तो उनका कहना है  जब हम गोपीलाल के यहां काम करते थे  हमारे साथ  वह भी करता था  और वह मालिक से मीठा मीठा बोलता था और आड़े हाथों से  चोरी करके सामान ले जा के बाजार में बेच देता था  और उस पैसे से दारु शराब और मुर्गा यही सब लाता था आते समय बेमतलब का कमाया धन  लूट आता रहता था एक दिन किसी चोरी में पकड़ा गया और गांव के ही बगल वाले उसको बहुत बुरी तरीके से मार  दिए और वह  बेहोश हो गया कुछ समय के बाद जब उसको लोगों ने उठाकर ले  गए  दवा कराने के बाद एक अज्ञात  लड़का जानकर दवा करा दिए और वह ठीक होकर फिर वही काम करने लगा

जिला बस्ती में चोरी करने का सबसे बेस्ट अवार्ड मिलना चाहिए इसको यह देसी नामक एक दरिंदा जो बसों में  मूंगफली बेचने का काम करता था  और पलक झपकते ही उसका प्रेस या बटुआ चोरी कर लेता था  चोरी करके वह अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करता था  इस मामले में चार पांच बार  यह जेल भी जा चुका है 

इसे भी पढ़े फूलमती माता की कहानी | story of phulmati mata










       

और नया पुराने