जीवन के अनमोल पल
एक 25 साल का लड़का है जिसका जीवन बहुत ही कष्ट दाई और दुख से भरा हुआ है इसका तो सुरु सुरु में बहुत अच्छा रहता है फिर वह परेशान हो जाता है यह लड़का एक कुर्मी घरआने का है एक चमार की लड़की से प्रेमकर लेता है और और बिना मां बाप को बताएं किसी एक सुनसान जगह पर मंदिर रहता है
उसमें और वह दोनों उनको ही साक्षी मानकर उससे शादी कर लिया लड़के के इस अमान्य रिश्ते को घर वालों ने और सगे संबंधी मानने से इनकार कर दिया और इसको गांव के ही बगल में खेत का एक जमीन था
उसमें उसको मडई लगाकर रहने को भेज दिए और वह वहीं पर रहने लगा 6 साल तक किसी हिसाब से चलता है फिर उसके बाद उनके जीवन में एक घटना घट जाती है उन दोनों के जीवन में एक और नया करैक्टर आ जाता है
जिससे उनका जीवन तवाह हो जाता है उन दोनों के जीवन में लड़की का पहला आशिक अपना जाल उन दोनों के जिंदगी पर फेंक देता है कुछ दिनों पहले एक मैसेज मिला था उनका इसमें उन्होंने बताया था
कि हमने अपने फैसले से लोगों को बहुत ज्यादा ठेस पहुंचाए हैं और आज यह दिन है की वह लड़की अपने पहले वाले ब्वॉयफ्रेंड के साथ रहना पसंद कर रही है और इस से पीछा छुड़ाने का कुछ कार्य कर रहे हैं
उसके दो बच्चे हैं एक लड़का और एक लड़की जो कि लड़का 5 साल का है और लड़की साल भर का वह लड़का अब चाहता है हमारा परिवार हमारे पास चली जाए और पहले जैसे 5 से 6 साल बीते ऐसे ही रहता तो भी जीवन काट लेते और अभी वह
लड़की पुराने आशिक को लेकर फुर्र्र चल रही है
वह लड़का अपने ही ससुरारी में गया और ससुर से कहा ससुर जी ऐसे ऐसे बात है और यह दूसरे के साथ ऐसे ऐसे कर रही है उसके ससुर ने जवाब दिया हमसे पूछ कर आपने शादी नहीं किया था कि हमारी बेटी कैसी है कैसी नहीं है
तो आपके सामने हैं उस पर यह बात तो अपना पल्ला झाड़ लिया लेकिन तो उस लड़के का जीवन तो नर्क से बेहतर हो गया है और वह अपने बच्चों को लेने गया था एक बार मुलाकात भी हुई थी
उससे वह कह रही थी हम कोई बच्चा किसी को नहीं देने वाले हम इस बच्चे को बेच देंगे लेकिन तो तुमको नहीं देंगे वह बच्चा देने से बिल्कुल इनकार कर दिया चौधरी जी कहीं वहां भटक रहे हैं कहीं उस चौराहे पर भटक रहे हैं
अभी तक वह लड़की कुछ लड़कों के हिसाब से पता चला के उसके और दो पटाए हुए बॉयफ्रेंड है जो की वह लोग भी गांव में ही मारे मारे फिर रहे हैं विचारों का क्या होगा यह भगवान ही बता सकता है जितनी प्यार पहले करती थी
वह आज ज्यादा नफरत करने लगी है एक दिन उनसे और मुलाकात होती है मिलते ही कुछ बात करते ही उस लड़की का भाई उस बेचारे चौधरी पर शेर बनकर टूट पड़ता है और एक बाजू पकड़ के पीछे की तरफ मरोड़ देता है मरोड़ देने के कारण में हाथ में मोच आ जाता है
मोच आ जाने के कारण में वह अक्सरे करवाते हैं जिसमें उनकी एक नस कहीं खराब हो जाने के कारण में बहुत अभी कष्ट उठा रहे हैं अब इस दिन असपताल जाकर दवा करवाते थोड़ी राहत होती है उसके बाद वह फिर पीने चले जाते हैं अब ऐसे ही कट रहा है
लेकिन तो आज अपने ससुराल वह लड़का जाएगा और जाने को बोल भी रहा है उसका मन भी है आज हमको ऐसा लगता है अब उन दोनों का मिलन होकर ही रहेगा बाकी कुछ भी हो जाए आंखों देखी हाल यही है जो कि हम लोगों अभी तक देख रहे हैं वह लड़का अपने आपको नहीं समझता है लेकिन वह यह नहीं जानता के आगे क्या होने वाला है
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