पूरी दुनिया में एक से बढ़कर एक प्रसिद्ध मंदिर हैं। कुछ अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं तो कुछ अपनी कलाकृति के लिए प्रसिद्ध हैं। कुछ प्रसिद्धि के लिए प्रसिद्ध हैं तो कुछ भक्तों की आस्था के लिए। यह मंदिर हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था और आस्था का भी केंद्र है। हम आपको दुनिया के 10 सबसे बड़े मंदिरों के बारे में बताते हैं। इनमें से ज्यादातर मंदिर सिर्फ भारत में ही स्थित हैं...
कंबोडिया में अंगकोर वाट दुनिया का सबसे बड़ा मंदिर है। इसे 12वीं शताब्दी में सूर्यवर्मन द्वितीय के लिए बनवाया गया था। यह मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है, लेकिन यहां बौद्ध धर्म का भी खासा प्रभाव है। 820,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। यूनेस्को ने भी इस मंदिर को अपनी विरासत में सहेज रखा है।
अंकोरवाट मंदिर का रहस्य (ankoravaat mandir ka rahasy)
अंकोरवाट मंदिर का निर्माण खगोलशास्त्र, वास्तुकला, रसायन विज्ञान और गणित के एक अद्भुत संयोजन के द्वारा किया गया था। इसका निर्माण खमीर स्तूप नामक एक बौद्ध धर्मालय के स्थान पर खमीर राजा सुर्यवर्मान द्वारा 12वीं शताब्दी में किया गया था। इसे बहुत समय तक छोड़ दिया गया था लेकिन इसे फिर से जीवंत करने के लिए फ्रांसीसी अर्किटेक्ट हेनरी मॉर्टन से लेकर सभी अनुभवी वास्तुकारों का सहयोग लिया गया था।
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इस मंदिर के निर्माण में इतिहासकारों ने स्पष्ट किया है कि इसमें कुछ रहस्यमय तत्व शामिल हैं। एक ऐसा रहस्य है कि इस मंदिर के स्थान का चयन ऐसे स्थान पर किया गया था जहां पहले से ही एक विशाल चट्टान थी। यह चट्टान सामने से दिखती नहीं थी, लेकिन इसे हटाकर मंदिर का निर्माण किया गया था। इससे स्पष्ट होता है कि इस मंदिर का निर्माण करने वालों के पास एक अत्यंत विस्तृत ज्ञान था जो इस तरह की विस्तृत हैं
अंगकोर वाट क्यों प्रसिद्ध है (angakor vaat kyon prasiddh hai)
अंगकोर वाट का निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था और इसमें विभिन्न बौद्ध और हिन्दू धर्म के मंदिर हैं। इसके अलावा, इसमें खमीर संस्कृति के लिए महत्वपूर्ण महल और सार्वजनिक स्थान भी हैं।
अंगकोर वाट की विशेषताएं इसके अद्भुत वास्तुकला, लगभग 2,000 स्तंभों पर आधारित सुनहरी जालियों, नीलम्बित पत्थर के चट्टानों और बारीक सज्जा से भरी खगोल शास्त्रीय शिखरों में से कुछ हैं। इसके अलावा, यह विशेष रूप से उन अवसरों पर प्रसिद्ध है जब सूर्यास्त या सूर्योदय के समय मंदिर के अंदर एक अद्भुत रंगीनता दिखाई देती है।
इन सभी विशेषताओं के कारण, अंगकोर वाट दुनिया भर में पर्यटक आते है.
अंकोरवाट मंदिर किसने बनवाया था (ankoravaat mandir kisane banavaaya tha)
अंकोरवाट मंदिर का निर्माण खमेर राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने 12वीं शताब्दी में कराया था। इसके बाद इसे उनके उत्तराधिकारी राजा जयवर्मन द्वितीय ने और उसके उत्तराधिकारी राजा जयवर्मन तृतीय ने आगे बढ़ाया और संशोधित किया। अंकोरवाट मंदिर में अन्य कई निर्माणों की तरह यह भी एक दीर्घ अवधि में निर्माण किया गया था और इसमें विभिन्न संस्कृतियों के लोगों ने योगदान दिया था।
अंगकोर वाट मंदिर कहां स्थित है (angakor vaat mandir kahaan sthit hai)
अंगकोर वाट मंदिर कंबोडिया के सीमा क्षेत्र में स्थित है। यह स्थान कंबोडिया के नगर सियेम रीप (Siem Reap) के पास है। यह पूर्वी संचार मार्ग को चिन्हित करता है जो कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा के पार जाता है।
अंगकोर वाट मंदिर का मुख्य देवता कौन है (angakor vaat mandir ka mukhy devata kaun hai)
अंगकोर वाट मंदिर का मुख्य देवता हिंदू धर्म के देवता विष्णु को समर्पित है। विष्णु के रूप में, मंदिर में भगवान विष्णु की विभिन्न अवतारों की मूर्तियां, जैसे कि राम, कृष्ण, वामन और नरसिंह आदि हैं। इसके अलावा, यहां पर शिव, सूर्य, गणेश और ब्रह्मा जैसे अन्य देवताओं की मूर्तियां भी हैं।
अंकोरवाट का मंदिर किसने और कब बनवाया (ankoravaat ka mandir kisane aur kab banavaaya)
अंकोरवाट मंदिर का निर्माण कंबोडिया के खमेर राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने 12वीं शताब्दी में कराया था। इसके बाद इसे उनके उत्तराधिकारी राजा जयवर्मन द्वितीय ने और उसके उत्तराधिकारी राजा जयवर्मन तृतीय ने आगे बढ़ाया और संशोधित किया।
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अंकोरवाट मंदिर में अन्य कई निर्माणों की तरह यह भी एक दीर्घ अवधि में निर्माण किया गया था और इसमें विभिन्न संस्कृतियों के लोगों ने योगदान दिया था।
अंगकोर वाट में कितने मंदिर हैं (angakor vaat mein kitane mandir hain)
अंगकोर वाट में कई मंदिर हैं। इस कंप्लेक्स में कुल १०० से अधिक मंदिर होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख मंदिर हैं। सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मंदिर अंगकोर वाट होता है, जो कंबोडिया के सियेम रीप संग्रहालय का भी हिस्सा है। दूसरे प्रमुख मंदिरों में ताप्रोहान मंदिर, बयोन मंदिर और बांताय स्री मंदिर शामिल हैं।
विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर कौन सा है (vishv ka sabase bada hindoo mandir kaun sa hai)
विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर अक्षरधाम मंदिर है, जो भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण सन् 1983 में शुरू हुआ था और सन् 1991 में पूरा हुआ था। इस मंदिर का निर्माण प्रकृति के सुंदरता को बखूबी दर्शाते हुए किया गया है। मंदिर में भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी, भगवान शिव, माता पार्वती, भगवान सूर्य, भगवान गणेश, भगवान कुमार, संत शंकराचार्य और अन्य के मूर्तियां हैं। मंदिर के भव्य आकार के कारण, यह विश्व का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है।