मलेशिया मुरुगन मंदिर ऊंचाई | What is the name of Malaysia Subramanya Swamy temple

 श्री सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर काजंग (मलेशिया), जिसे सेलांगोर में सबसे पुराने हिंदू मंदिर के रूप में जाना जाता है, ने 100 साल पूरे कर लिए हैं।  मंदिर ने इस अवसर को विस्तृत समारोहों के साथ मनाया और मंदिर की शताब्दी के उपलक्ष्य में सोने के सिक्के ढाले गए।

  पूजा सेवाएं प्रदान करने के अलावा, मंदिर विभिन्न सामुदायिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रमों का भी आयोजन करता है;  युवा शिविरों का आयोजन करता है और वंचितों के लिए एक रियायती पूर्वस्कूली चलाता है।

  इस बीच, नेवादा (यूएसए) में एक बयान में हिंदू राजनेता राजन जेड ने आज मंदिर के रखरखाव और विकास और शांति, प्रेम और सद्भाव के संदेश को फैलाने के प्रयासों के लिए मंदिर के नेताओं और स्थानीय समुदाय की प्रशंसा की।  राजन जेड, जो हिंदू धर्म के यूनिवर्सल सोसाइटी के अध्यक्ष हैं, ने कहा कि एक उपभोक्तावादी समाज में कई विकर्षणों के बीच हिंदू आध्यात्मिकता, अवधारणाओं और परंपराओं को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना महत्वपूर्ण है और उम्मीद है कि मंदिर एक कदम आगे होगा।  उस दिशा में फोकस करेंगे।

ऑस्ट्रेलिया में मुरुगन मंदिर की कथा-कहानी

   जेड ने जोर देकर कहा कि भौतिकवाद के पीछे भागने के बजाय;  हमें आंतरिक खोज और आत्मा की प्राप्ति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और मोक्ष (मुक्ति) प्राप्त करने की दिशा में काम करना चाहिए, जो हिंदू धर्म का लक्ष्य है।  रिपोर्टों के अनुसार, उनके समय के पांच हिंदू नेताओं - चेट्टियार, मुथिया, पिल्ले, सिन्नाथम्बी, वलुपिल्लई - ने इस मंदिर के लिए एक सदी पहले 1.2 हेक्टेयर जमीन खरीदी थी।

  दातुक के.  किरुबाकरन और अमारा करण कार्तिगासु मंदिर प्रबंधन समिति के क्रमशः वर्तमान अध्यक्ष और सचिव हैं।  मंदिर साल में 365 दिन खुलता है।  कजांग, 1709 में बसा और एक रियासत के रूप में प्रसिद्ध, हिंदुओं की एक महत्वपूर्ण आबादी है।  काजंग से जुड़े प्रसिद्ध लोगों में अभिनेत्री नोरा दानिश, गायक निंग बैजुरा और फुटबॉलर के रूबेन शामिल हैं।

सुब्रमण्यम स्वामी के लिए कौन सा मंदिर प्रसिद्ध है? (Which temple is famous for Subramanya Swamy)

मलेशिया सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर-मलेशिया सुब्रमण्यम स्वामी (Malaysia Subramaniam Swami) को एक प्रमुख तमिल हिन्दू देवता माना जाता है और उन्हें तमिलनाडु के देवरायन कोइल (Arulmigu Swaminatha Swami Temple, Deva Raya Swamigal Koil) के प्रमुख मंदिर में श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है। यह मंदिर तिरुप्पपूर (Tirupporur) के पास स्थित है और उन्हें तमिलनाडु के एक प्रमुख प्रशंसा पद स्वरूप मान्यता है।

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यह मंदिर भगवान मुरुगन (Lord Murugan) को समर्पित है, जो मलेशिया सुब्रमण्यम स्वामी के रूप में भी जाना जाता है। यहां उनके भक्तों द्वारा ध्यान, पूजा और पर्व समारोहों की विशेषता होती है।

यदि आपका मतलब किसी अन्य मंदिर के बारे में है, तो कृपया संपर्क करें और और अधिक जानकारी प्राप्त करें।

सबसे पुराना सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर कौन सा है? (Which is the oldest Subramanya Swamy temple)

मलेशिया का सबसे पुराना सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर "बतू केवल मंदिर" है। यह मंदिर पुलाउ पिनांग, पुलाउ तीर्थक्षेत्र में स्थित है और उपन्यासकार रवींद्रनाथ टैगोर के जीवन के समय मलेशिया में निर्मित हुआ था।

बतू केवल मंदिर का निर्माण तामिल ब्राह्मण समुदाय के सदस्यों द्वारा सन् 1892 में किया गया था। यह मंदिर भगवान कार्तिकेय (सुब्रमण्यम) को समर्पित है और मलेशिया के हिन्दू समुदाय के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है।

इस मंदिर की विशेषता यह है कि यह चट्टानों के अंदर बना हुआ है और उसे उच्च चट्टानों के बीच बसाया गया है। इसके विचारशील वास्तुकला, पत्थर की नक्काशी, मंदिर में आवेदन की गई धार्मिक चित्रण और वास्तुशास्त्र की विभिन्न प्रणालियों की वजह से यह मंदिर आकर्षक है।

यह मंदिर मलेशिया में पर्यटन का बहुत अच्छा स्थान माना जाता हैं.

सुब्रमण्य स्वामी मंदिर का जन्म कहाँ हुआ है? (Where is Subramanya Swamy temple born)

सुब्रमण्य स्वामी मंदिर का जन्म स्थान भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित है। यह मंदिर पालानी पहाड़ी पर स्थित है, जो पालानी नामक छोटे शहर के पास स्थित है। सुब्रमण्य स्वामी, जिन्हें मुरुगन या कार्तिकेय भी कहा जाता है, हिंदू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं। वह हिमालय पर्वत पर माता पार्वती और भगवान शिव के पुत्र हैं। सुब्रमण्य स्वामी मंदिर, भारतीय संस्कृति और धार्मिक महत्व का प्रमुख केंद्रों में से एक है और यहां बहुत सारे श्रद्धालु दर्शनार्थी आते हैं।

सुब्रमण्य मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है? (What is Subramanya temple famous for)

सुब्रमण्य मंदिर प्रमुखतः सुब्रमण्य (मुरुगन या कार्तिकेय) भगवान के पूजन के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर उन्हीं को समर्पित है और उनके भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। सुब्रमण्य स्वामी को हिन्दू धर्म में युद्ध के देवता, साहसीता, ब्रह्मचारीता और ज्ञान का प्रतीक माना जाता है। इसलिए, श्रद्धालु लोग उनकी कृपा और आशीर्वाद के लिए सुब्रमण्य मंदिर का दौरा करते हैं।

सुब्रमण्य मंदिर पर्यटन का भी एक प्रमुख केंद्र है क्योंकि यह स्थानिक माहोल, आर्किटेक्चर, और धार्मिक महत्व के लिए मशहूर है। इसके अलावा, यह स्थान अपनी प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक महत्वपूर्ण पर्वों के आयोजन और आस-पास की प्राकृतिक स्थलों के लिए भी प्रसिद्ध है। इसलिए, लोग धर्मिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से सुब्रमण्य मंदिर को आकर्षित होते हैं।

मलेशिया मुरुगन मंदिर स्थान (Malaysia Murugan temple location)

मलेशिया मुरुगन मंदिर, जिसे अधिकांशतः बतौ केजंसी मुरुगन मंदिर भी कहा जाता है, मलेशिया में स्थित है। यह मंदिर सुब्रमण्य (मुरुगन) भगवान को समर्पित है और भारतीय तामिल समुदाय के लोगों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।

मलेशिया मुरुगन मंदिर बातू केजंसी क्षेत्र में स्थित है, जो सेलांगोर राज्य के शाह अलम से लगभग 15 किलोमीटर दूर है। यह मंदिर उच्च पहाड़ियों के बीच स्थित है और इसे पहाड़ी के ऊपरी भाग पर स्थापित किया गया है।

मलेशिया मुरुगन मंदिर को अपनी विशालकाय और रंगीन सामरिक विशेषताओं के लिए भी प्रसिद्धता मिली है। मंदिर के प्रमुख द्वार द्वारा प्रवेश करते ही, आपको 272 सीढ़ियों का सामरिक मार्ग तय करना पड़ता है, जो मंदिर के ऊपरी भाग तक पहुंचता है। यह मंदिर मलेशिया के पर्यटन स्थलों में से एक है और देश और विदेशी पर्यटकों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।

मलेशिया मुरुगन मंदिर पैर (Malaysia Murugan temple feet)

मलेशिया में स्थित मुरुगन मंदिर, जिसे अंग्रेजी में "Batu Caves" के नाम से भी जाना जाता है, सबसे प्रसिद्ध हिन्दू मंदिरों में से एक है। यह कुआलालंपुर, मलेशिया के उत्तरी प्रदेश में स्थित है। मुरुगन मंदिर, ताल और गुहा की खोज स्थलों के रूप में प्रसिद्ध है और मुरुगन भगवान के अभिनव प्रतिमा के लिए विख्यात है।

मंदिर का निर्माण पहाड़ पर स्थित एक पहाड़ी पर हुआ है, जिसे दो बड़े पत्थरों के बिना नहीं खोला जा सकता था। मंदिर को पहुंचने के लिए आपको 272 सीढ़ियों को पार करना पड़ता है, जो मंदिर के पहुंच मार्ग को बनाने के लिए बनाई गई हैं।

यह मंदिर सालाना आयोजित होने वाले ताइपूसमाम के दौरान लाखों भक्तों की आकर्षण का केंद्र बनता है। इस त्योहार के दौरान, भक्त विशेष पूजाओं के लिए मंदिर के पहुंच मार्ग को चढ़ते हैं और इस मंदिर में विशेष पूजा करते हैं।

मलेशिया मुरुगन मंदिर एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है और दर्शक आनंद लेते हैं.

बातू गुफाएं मुरुगन मंदिर (Batu Caves Murugan temple)

मलेशिया में स्थित मुरुगन मंदिर, जिसे "बातू गुफाएं" (Batu Caves) के नाम से भी जाना जाता है, प्राकृतिक गुफाओं का एक समूह है जो मंदिर के पश्चिमी द्वार के पास स्थित हैं। यह गुफाएं वास्तव में मंदिर परिसर का एक हिस्सा हैं और मंदिर की प्रमुख आकृति के रूप में पहचाने जाते हैं।

इन गुफाओं को पहुंचने के लिए आपको मंदिर की पहाड़ी पर चढ़ाई करनी पड़ती है, जो 272 सीढ़ियों से मिलती हैं। यह गुफाएं पहाड़ी की ऊँचाई पर स्थित हैं और इसलिए इसे प्राकृतिक सौंदर्य और मंदिरीय महत्व के साथ जाना जाता है। जब आप गुफाओं तक पहुंचते हैं, तो आप एक प्राकृतिक गुफा द्वारा स्वागत किये जाते हैं जिसे श्री मुरुगन के प्रतिमाओं से सजाया गया है।

बातू गुफाओं में विशाल गुफाएं हैं जिनमें विभिन्न हिन्दू देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित हैं। यहां परंपरागत रूप से संरक्षित गुफाएं हैं और इसे भक्तों द्वारा पूजा के लिए उपयोग किया जाता हैं.

मलेशिया में प्रसिद्ध हिंदू मंदिर (Famous Hindu temple in Malaysia)

मलेशिया में सबसे प्रसिद्ध मुरुगन मंदिर, जिसे "बातू गुफाएं" (Batu Caves) के नाम से भी जाना जाता है, है। यह मंदिर कुआलालंपुर शहर के उत्तरी प्रदेश में स्थित है और मलेशिया के सबसे प्रसिद्ध हिन्दू तीर्थस्थलों में से एक है।

बातू गुफाएं मुरुगन मंदिर का मुख्य स्थान है जो पहाड़ी पर स्थित है। यह प्राकृतिक गुफा मंदिर देखने के लिए पहले आपको 272 सीढ़ियों को चढ़ना पड़ता है, जो मंदिर तक पहुंचने के लिए बनाई गई हैं।

मुरुगन मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है जो भारतीय तीर्थस्थलों की भावना को प्रतिष्ठित करता है। यहां प्रतिष्ठित है भगवान मुरुगन की विशाल मूर्ति, जिसे रंगीन पुतले से सजाया गया है। मंदिर के प्रतिमा की ऊँचाई 42.7 मीटर (140 फीट) है और यह दृश्य का आकर्षण है।

इसके अलावा, मंदिर परिसर में कई छोटे मंदिर और प्रतिमाएं हैं, जहां भक्त धार्मिक कार्यक्रमों और पूजा-अर्चना का आयोजन करते हैं।

मलेशिया मुरुगन मंदिर की सीढ़ियाँ (Malaysia Murugan temple steps)

मलेशिया के मुरुगन मंदिर (बातू गुफाएं) की सीढ़ियाँ इस मंदिर के पहुंच मार्ग को बनाने के लिए निर्मित की गई हैं। यह सीढ़ियाँ पहाड़ी को चढ़ने और मंदिर की प्रांगण में पहुंचने के लिए उपयोग होती हैं।

मंदिर तक पहुंचने के लिए कुल मिलाकर 272 सीढ़ियाँ होती हैं। ये सीढ़ियाँ पहाड़ी पर विशालतम सीढ़ी प्रणाली में से एक हैं। इन सीढ़ियों को चढ़ने के लिए लकड़ी, पत्थर और बेलन का उपयोग किया गया है। सीढ़ियों को चढ़ते समय आपको पहले इंटरमीडिएट स्टेशन पर आने वाली सीढ़ीयों को पार करना पड़ेगा।

इन सीढ़ियों का रंग विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के दौरान बदलता है। कई बार यह सीढ़ियों को रंगीन बनाने के लिए विभिन्न प्रकाश प्रदर्शनियों और आवरण आयोजित किए जाते हैं। इन सीढ़ियों को चढ़ते समय, आपको ध्यान देने की आवश्यकता होगी, क्योंकि इनमें थोड़ी सी ढाल हो सकती है.

मलेशिया मुरुगन मंदिर ऊंचाई (Malaysia Murugan temple height)

मलेशिया में मुरुगन मंदिर की ऊँचाई 42.7 मीटर (140 फीट) है। यह मंदिर मुरुगन भगवान की मूर्ति के साथ एक पहाड़ी पर स्थित है और इसकी मूर्ति को उच्चतम स्थान पर स्थापित किया गया है।

मंदिर के पहुंच मार्ग को चढ़ने के लिए 272 सीढ़ियाँ होती हैं और यह बातू गुफाएं की पहाड़ी के साथ मजबूती और ऊँचाई को प्रदर्शित करती हैं। सीढ़ियों को चढ़ते समय, आप उच्चतम स्तर तक पहुंचते हुए ब्रीथलेस और आनंदित वातावरण का आनंद ले सकते हैं।

मंदिर के शिखर तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों को चढ़ने की परिक्रमा करते समय, आपको मंदिर के चारों ओर आकार बदलने वाले चढ़ाव पॉइंट के माध्यम से गुजरना पड़ेगा। इसके अलावा, सीढ़ियों के चढ़ने के दौरान आपको चार बड़े संगठनों के व्यापारी द्वारा चढ़ाव प्रदान किए जाने वाले लकड़ी के ताल पर चढ़ना पड़ेगा।

मुरुगन मंदिर की ऊँचाई और इसके सुंदर नजारे ने इसे एक प्रमुख स्थान प्राप्त हैं.


मलेशिया सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का नाम क्या है? (What is the name of Malaysia Subramanya Swamy temple)

मलेशिया में सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का नाम "बातू गुफाएं मुरुगन मंदिर" (Batu Caves Murugan Temple) है। यह मंदिर मुरुगन भगवान को समर्पित है और मलेशिया के प्रमुख हिन्दू तीर्थस्थलों में से एक है।

मलेशिया में मुरुगन मंदिर किस क्षेत्र में है? (What area is Murugan temple in Malaysia)

मलेशिया में मुरुगन मंदिर (बातू गुफाएं) क्षेत्र में "कुआलालंपुर थाना" (Kuala Lumpur Thana) स्थित है। यह क्षेत्र मलेशिया के प्रमुख शहर कुआलालंपुर का हिस्सा है। बातू गुफाएं मुरुगन मंदिर पहाड़ी पर स्थित है और इसे पहुंचने के लिए आपको कुआलालंपुर शहर से करीब 13 किलोमीटर (8 मील) की दूरी तय करनी होगी।

मलेशिया में मुरुगन की मूर्ति किसने बनवाई? (Who built Murugan statue in Malaysia)

मलेशिया में मुरुगन की मूर्ति को श्रद्धालु और संप्रदायिक संगठन विशेष रूप से बनवाया गया है। इस मूर्ति का निर्माण मलेशिया के स्थानीय कलाकारों और स्थानीय हिन्दू शिल्पकारों के द्वारा किया गया है। उन्होंने मुर्ति के रूप में भगवान मुरुगन का रूपांतरण किया है और उसे एक आकर्षक और प्रतिष्ठित स्थान पर स्थापित किया है।

मूर्ति को प्रतिष्ठित करने के लिए श्रद्धालु और संगठनों ने धार्मिक प्रतिष्ठानों के सहायता से सम्पूर्ण प्रक्रिया को संपादित किया है। इस मूर्ति की आकृति और अभिव्यक्ति मंदिर के संगठन और भक्तों की आवश्यकताओं के आधार पर तैयार की गई है। यह मूर्ति मंदिर में श्रद्धालुओं के मंदिर यात्राओं का महत्वपूर्ण केंद्र है और मलेशिया के धार्मिक और पर्यटन क्षेत्रों में से एक है।

सुब्रमण्यम स्वामी के 6 स्थान कौन से हैं? (Which are the 6 places of Subramanya Swamy)

मलेशिया के सुब्रमण्यम स्वामी के चेंगमलाई, बतू केवल तीर्थक्षेत्र, पलानी हिल्स, कुकुप, तेपोह और कोडंग्लो ये उनके चार प्रमुख मंदिर हैं। ये स्थान भक्तों के बीच बहुत प्रसिद्ध हैं और सुब्रमण्यम स्वामी के आराधना केंद्र के रूप में जाने जाते हैं। यदि आपको किसी विशेष स्थान के बारे में अधिक जानकारी चाहिए, तो कृपया उस स्थान के नाम के साथ विवरण प्रदान करें।

मलेशिया का सबसे अमीर मंदिर कौन सा है? (Which is the richest temple in Malaysia)

मलेशिया में कई धार्मिक स्थल हैं, लेकिन मलेशिया का सबसे अमीर मंदिर "बतू केवी हिंदू मंदिर" है। यह मंदिर कुआलालंपुर शहर में स्थित है और इसे श्री महामारियम्मन मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भारतीय हिंदू समुदाय द्वारा पसंद किया जाता है और यहां विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। इस मंदिर का निर्माण 1873 में हुआ था और यह मलेशिया के सबसे पुराने हिंदू मंदिरों में से एक है।


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