बब्बर शेर की कहानी (Babbar sher ki Kahani in Hindi) जंगल के सबसे शक्तिशाली और साहसी जानवर की कहानी है। बब्बर शेर (जिसे अक्सर सिंह भी कहा जाता है) जंगल का राजा कहलाता है। उसकी गहरी आवाज़, भारी शरीर, और चमकदार अयाल उसे जंगल के अन्य जानवरों से अलग पहचान देती है। इस कहानी का उद्देश्य शेर के साहस, शक्ति और न्यायप्रियता को दर्शाना है।
कहानी का सारांश:
एक समय की बात है, एक घना जंगल था जहाँ शेर की सत्ता चलती थी। शेर न केवल ताकतवर था बल्कि न्यायप्रिय भी था। जब भी जंगल में किसी जानवर के साथ अन्याय होता या किसी को सुरक्षा की जरूरत होती, बब्बर शेर तुरंत सहायता के लिए आ जाता। उसकी उपस्थिति से ही दूसरे जानवरों में सुरक्षा की भावना बनी रहती थी।
शेर का सबसे बड़ा गुण उसका न्यायप्रिय स्वभाव था। यदि किसी जानवर ने गलती की होती, तो शेर उसे उचित दंड देता, लेकिन अगर किसी ने अपनी गलती का प्रायश्चित कर लिया होता तो वह उसे माफ भी कर देता। उसके इस गुण के कारण ही जंगल के सभी जानवर उसका सम्मान करते थे।
मुख्य घटनाएँ:
एक बार जंगल में एक लोमड़ी ने चालाकी से दूसरे छोटे जानवरों को धोखा देकर उनके भोजन पर कब्जा कर लिया। छोटे जानवर शेर के पास जाकर शिकायत करने लगे। शेर ने पूरी बात सुनने के बाद लोमड़ी को अपने सामने बुलवाया और उससे कारण पूछा। लोमड़ी ने बहाने बनाए, लेकिन शेर ने समझ लिया कि उसने जानबूझ कर ये चाल चली थी।
शेर और हिरण की कहानी (sher aur hiran kee kahaanee)
शेर ने लोमड़ी को चेतावनी दी कि यदि उसने आगे से ऐसा किया, तो उसे जंगल से निकाल दिया जाएगा। इसके बाद शेर ने छोटे जानवरों के भोजन की व्यवस्था करवाई।
कहानी का संदेश:
इस कहानी से यह संदेश मिलता है कि शक्ति का सही उपयोग करने वाला ही सच्चा राजा होता है। शक्ति के साथ जिम्मेदारी भी होती है, और बब्बर शेर अपने न्यायप्रिय और दयालु स्वभाव के कारण जंगल के असली राजा के रूप में पूज्य बना।