पूरी दुनिया में एक से बढ़कर एक प्रसिद्ध मंदिर हैं। कुछ अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध हैं तो कुछ अपनी कलाकृति के लिए प्रसिद्ध हैं। कुछ प्रसिद्धि के लिए प्रसिद्ध हैं तो कुछ भक्तों की आस्था के लिए। यह मंदिर हिंदू श्रद्धालुओं की आस्था और आस्था का भी केंद्र है। हम आपको दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों के बारे में बताते हैं। बेलुर मठ इनमें से ज्यादातर मंदिर सिर्फ भारत में ही स्थित हैं...
बेलुर मठ
स्वामी विवेकानंद ने कलकत्ता में हुगली नदी के तट पर बेलूर मठ की स्थापना की। 160,000 वर्ग फुट के इस मंदिर में मां अघाकाली की पूजा की जाती है। यह रामकृष्ण मिशन का मुख्यालय भी है। बेलूर मठ की एक विशेषता यह है कि चर्च और मस्जिद को हर कोण से देखा जा सकता है। मंदिर हिंदू, इस्लामी, बौद्ध, राजपूत और ईसाई स्थापत्य शैली के मिश्रण को दर्शाता है। बेलूर चटाई को दुनिया के सभी धर्मों की एकता का प्रतीक भी माना जाता है।
बेलूर मठ क्यों प्रसिद्ध है (Belur Math kyon prasiddh hai)
बेलूर मठ दुनिया भर में स्वामी विवेकानंद जी द्वारा स्थापित रामकृष्ण मठ और मिशन के मुख्य केंद्रों में से एक है। इस मठ में स्वामी विवेकानंद जी ने अपने जीवन के अंतिम समय व्यतीत किए थे। यह एक आध्यात्मिक स्थल है जहां संतों, योगियों और ज्ञानियों के लिए समर्पित है।
बेलूर मठ में रामकृष्ण मिशन के अनुसार, सभी धर्मों के लोगों को आध्यात्मिक उन्नति के लिए जागरूक किया जाता है। यहां अन्य आध्यात्मिक संगठनों की तरह, सेवा कार्यों, विवेकानंद जी के शिक्षणों को बढ़ावा देते हुए, सामाजिक और आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए काम किया जाता है।
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इसके अलावा, बेलूर मठ की वास्तुकला भी उद्गमी है। यह भारतीय वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है जिसमें विभिन्न शैलियों और स्थानों से आए आइडिया और संगम हैं। इसके लिए यह एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भी है।
बेलूर मठ का निर्माण कार्य स्वामी विवेकानंद जी ने कब करवाया (Belur Math ka nirmaan kaary svaamee vivekaanand jee ne kab karavaaya )
बेलूर मठ का निर्माण कार्य स्वामी विवेकानंद जी ने 1899 ईस्वी में करवाया था। यह मठ कोलकाता से लगभग 60 किलोमीटर उत्तर में है और यह स्थान स्वामी विवेकानंद जी के पूर्व आश्रम के स्थान के रूप में भी जाना जाता है। बेलूर मठ वर्तमान में रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के मुख्य केंद्र में से एक है।
बेलूर मठ में किस भगवान की पूजा की जाती है (Belur Math mein kis bhagavaan kee pooja kee jaatee hai)
बेलूर मठ में रामकृष्ण भगवान की पूजा की जाती है। स्वामी विवेकानंद जी के गुरु रामकृष्ण परमहंस ने भगवान के विभिन्न रूपों का आध्यात्मिक अध्ययन किया था। रामकृष्ण परमहंस ने अपनी ध्यानयोग की प्रक्रिया के दौरान भगवान को अपनी साक्षात्कार के रूप में अनुभव किया था। स्वामी विवेकानंद जी ने रामकृष्ण परमहंस के उपदेशों को विश्व के लोगों के बीच पहुंचाने के लिए रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ की स्थापना की थी। इसलिए, बेलूर मठ में भगवान रामकृष्ण की पूजा और आराधना की जाती है।
बेलूर मठ की स्थापना कब हुई (Belur Math kee sthaapana kab huee)
बेलूर मठ की स्थापना 1899 में स्वामी विवेकानंद द्वारा की गई थी। स्वामी विवेकानंद ने अपने गुरु रामकृष्ण परमहंस के समाधि स्थल पर इस मठ का निर्माण कराया था। इस मठ का नाम "रामकृष्ण मठ" रखा गया था और बाद में इसे "बेलूर मठ" के नाम से जाना जाने लगा। बेलूर मठ वेस्ट बंगाल राज्य के हावड़ा जिले में स्थित है और यह स्थान भगवान रामकृष्ण के आध्यात्मिक उन्नयन और विवेकानंद जी के संदेश को विश्व के लोगों के बीच पहुंचाने का महत्वपूर्ण केंद्र है।
क्या मैं बेलूर मठ में रह सकता हूं (kya main Belur Math mein rah sakata hoon)
हाँ, बेलूर मठ में आप रह सकते हैं। बेलूर मठ में रहने के लिए, आपको मठ की अनुमति के लिए आवेदन करना होगा। आपको अपने रहने की अवधि और आपके रहने के उद्देश्य के बारे में बताना होगा। बेलूर मठ में रहने के लिए कुछ नियम होते हैं और आपको उन नियमों का पालन करना होगा। इससे पहले आपको अवश्यकतानुसार सम्पूर्ण जानकारी के लिए बेलूर मठ से संपर्क करना चाहिए।
बेलूर मठ कहाँ स्थित है (Belur Math kahaan sthit hai)
बेलूर मठ भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के हावड़ा जिले में स्थित है। यह मठ हावड़ा जंक्शन से कुछ ही दूरी पर है और कोलकाता से लगभग 70 किलोमीटर की दूरी पर है। बेलूर मठ कोलकाता से रेल और सड़क मार्ग दोनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
बेलूर मठ की स्थापना किसने की (Belur Math kee sthaapana kisane kee)
बेलूर मठ की स्थापना स्वामी विवेकानंद द्वारा की गई थी। स्वामी विवेकानंद ने बेलूर मठ का निर्माण उनके गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस के आदेशानुसार करवाया था। बेलूर मठ का निर्माण 1898 में पूरा हुआ था।
क्या बेलूर मठ में मोबाइल की अनुमति है (kya Belur Math mein mobail kee anumati hai)
आमतौर पर आजकल बहुत सारे मंदिरों और मठों में मोबाइल फोन का उपयोग अनुमति दी जाती है। लेकिन बेलूर मठ की अनुमतियों के बारे में जानकारी के लिए, आप बेलूर मठ के आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित अधिकारिक व्हाट्सएप नंबर से संपर्क कर सकते हैं।
बेलूर मठ के संस्थापक कौन थे (Belur Math ke sansthaapak kaun the)
बेलूर मठ के संस्थापक श्री रामकृष्ण परमहंस थे। वे भारतीय धर्म, दर्शन और संस्कृति के लिए जाने जाते हैं। उनके जीवन और दर्शन को उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद ने दुनिया भर में प्रचारित किया था। बेलूर मठ, जो रामकृष्ण मठ भी कहलाता है, रामकृष्ण परमहंस द्वारा स्थापित एक संस्थान है जो कि उनके दर्शन, आचरण और संस्कृति को बचाने के लिए बनाया गया था। बेलूर मठ की स्थापना 1897 में हुई थी।
रामकृष्ण परमहंस जी की मृत्यु कैसे हुई (raamakrshn paramahans jee kee mrtyu kaise huee)
रामकृष्ण परमहंस जी की मृत्यु 16 अगस्त, 1886 को हुई थी। उन्हें कैंसर का रोग था जिसके चलते उनकी स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ती गई थी। उन्होंने अपने शिष्यों को धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान देने के लिए अपने अंतिम दिनों में भी बहुत प्रयास किए थे। उन्होंने अपने शिष्य नरेंद्र (बाद में स्वामी विवेकानंद) को अपने उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रेरित किया था। उनकी मृत्यु के बाद, उनके शिष्य स्वामी विवेकानंद ने उनके दर्शन और विचारों को विश्व के सामने प्रस्तुत किया और रामकृष्ण आचार्य प्रतिष्ठान की स्थापना की।
स्वामी विवेकानंद भारत में क्यों प्रसिद्ध है (svaamee vivekaanand bhaarat mein kyon prasiddh hai)
स्वामी विवेकानंद भारत में एक महान संत, दार्शनिक, विद्वान और स्वतंत्रता सेनानी के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने भारत की संस्कृति, धर्म, तत्त्वज्ञान, ज्ञान और सभी धर्मों के समानता को दुनिया के सामने पेश किया था। उन्होंने भारत को दुनिया के समक्ष प्रतिनिधित्व करने का महान काम किया था।
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स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका जैसी देशों में भी भारतीय धर्म, तत्त्वज्ञान और संस्कृति का प्रचार किया था जिससे उन्हें विश्व में अपने शिष्यों द्वारा सम्मानित किया जाता है। उनके द्वारा बताए गए उपदेशों, उनकी जीवनी और उनके लिखे गए ग्रंथों ने विभिन्न विषयों पर विचार करने का नया रास्ता दिखाया जैसे कि व्यक्तित्व विकास, समानता, धर्म के मूल्यों के सम्मान, भारतीय दर्शन और राष्ट्रीयता।
इसलिए, स्वामी विवेकानंद भारत में एक महान व्यक्तित्व के रूप में मान्यता प्राप्त हैं और उनके उपदेश आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।
बेलूर में कौन सा प्रसिद्ध मंदिर है (Belur Math mein kaun sa prasiddh mandir hai)
बेलूर मठ में "श्री रामकृष्ण मंदिर" एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर स्वामी विवेकानंद के शिष्य स्वामी शिवानंद जी द्वारा बनवाया गया था। मंदिर का निर्माण वर्ष 1938 में हुआ था।
इस मंदिर में श्री रामकृष्ण परमहंस, मां सरदा माँ, स्वामी विवेकानंद और अन्य महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर के आकर्षक भवन शैली और इसके आकर्षक मार्बल स्तंभ इसे एक खूबसूरत स्थान बनाते हैं जो दर्शनीय स्थलों की सूची में शामिल होता है।
बेलूर में कौन सा मंदिर स्थित है (Belur Math mein kaun sa mandir sthit hai)
बेलूर मठ में "श्री रामकृष्ण मंदिर" स्थित है। यह मंदिर स्वामी विवेकानंद के शिष्य स्वामी शिवानंद जी द्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर में श्री रामकृष्ण परमहंस, मां सरदा माँ, स्वामी विवेकानंद और अन्य महापुरुषों की मूर्तियां स्थापित हैं।
मठ की स्थापना कब हुई थी (math kee sthaapana kab huee thee)
बेलूर मठ की स्थापना 1 जनवरी, 1899 में स्वामी विवेकानंद द्वारा की गई थी। स्वामी विवेकानंद ने इस मठ का निर्माण अपने गुरुभाई स्वामी ब्रह्मानंद की मदद से किया था। इस मठ को संस्थापित करने का उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के द्वारा प्रवर्तित रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ के अधीन संस्थाओं को संचालित करना था।